लखनऊ| राष्ट्रीय महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री राजाराम पांडेय से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की वरिष्ठ महिला अधिकारियों पर की गई उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है।
आयोग की सदस्य निर्मला सामंत प्रभावलकर ने पांडेय से लखनऊ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर द्वारा की गई शिकायत पर शपथपत्र के साथ जवाब मांगा है। आयोग ने पांडेय से पत्र की प्राप्त के 15 दिन के अंदर जवाब देने को कहा है।
बीते महीने सुल्तानपुर के कमला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री राजाराम पांडेय ने कहा था, “यह मेरा सौभाग्य है कि मैं दूसरी बार इस जिले का प्रभारी मंत्री बना हूं। मुझे यहां हर बार किसी खूबसूरत जिलाधिकारी के साथ काम करने का मौका मिला है।”
उन्होंने कहा, “जब मैंने जिले की पूर्व जिलाधिकारी कामिनी चौहान रतन को देखा था तो लगा था कि उनसे खूबसूरत महिला हो ही नहीं सकती, लेकिन नई जिलाधिकारी (क़े धनलक्ष्मी) तो उनसे भी खूबसूरत हैं। मैं इनकी खूबसूरती के बारे में सोचता रहा हूं, पर ये बहुत कुशल प्रशासक भी हैं।”
नूतन ठाकुर ने अपनी शिकायत में कहा है कि ये टिप्पणियां न सिर्फ अत्यंत आपत्तिजनक हैं, बल्कि सम्पूर्ण महिला समाज के प्रति एक मंत्री द्वारा सार्वजनिक तौर पर किया गया आपराधिक कृत्य भी प्रतीत होता है। उन्होंने महिला आयोग से तत्काल इस प्रकरण की जांच कराकर नियमानुसार सभी विधिक कारवाई करने का अनुरोध किया था।