LUCKNOW : गुरुवार को विधानसभा में विधायक निधि को खर्च करने संबंधी दिशा-निर्देशों में संशोधन की मांग उठी। संशोधन पर विचार-विमर्श करने के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष के स्तर पर बैठक बुलायी जाएगी।
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने औचित्य का प्रश्न उठाते हुए कहा कि विधायक निधि संबंधी जो दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं उनके मुताबिक विधायक, निधि की धनराशि उन संस्थाओं को नहीं दी जा सकती है जिसमें विधायक हों या फिर उनके सगे-संबंधी हों। तिवारी ने कहा कि दिशा-निर्देशों को संशोधित कर पूर्व जैसी व्यवस्था की जाए। इस पर अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने तो कोई व्यवस्था नहीं दी लेकिन ग्राम्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरविन्द कुमार सिंह गोप ने कहा कि विधायिका सर्वोपरि है। विधायक निधि के खर्चे को लेकर पूर्व में सवाल उठते रहने पर ही नए सिरे से दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। उन्होंने अध्यक्ष से कहा कि उक्त के संबंध में आपके साथ बैठक बुला ली जाएगी।