अखिलेश ने की शाम की दवा महंगी करने की तैयारी

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indexप्रदेश में सरकारी खजाने को भरने के मामले में वाणिज्य कर के बाद दूसरे सबसे बड़े जरिये आबकारी से अगले वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए करीब 14 हजार करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है। आबकारी नीति तैयार कर ली गई है। इस हफ्ते किसी भी दिन राज्य सरकार इसका एलान कर सकती है।

चालू वित्तीय वर्ष के आबकारी राजस्व लक्ष्य 10 हजार 70 करोड़ में लगभग चालीस फीसदी के इजाफे की बजह से अगले साल यूपी में शराब और महंगी किए जाने की तैयारी है। एक मोटे अनुमान के मुताबिक देशी शराब के पउवे में लगभग दस रुपये का इजाफा होगा और यह 50 रुपये से बढ़कर 60 रुपये का हो जाएगा। अंग्रेजी शराब और वीयर के खुदरा दामों में भी लगभग 15 से 20 फीसदी का इजाफा होना है। इसके लिए शराब व वीयर की दुकानों की लाइसेंस फींस लगभग 15 फीसदी बढ़ाई जायेगी। साथ ही ड्यूटी में भी बढ़ोत्तरी की जायेगी। अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) में भी इजाफा तय है।

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थोक में लाइसेन्सियों के लाइसेंस शुल्क में भी बढ़ोत्तरी की जाएगी। नई नीति में लाइसेंसी दुकानदारों द्वारा अंग्रेजी शराब व वीयर की बिक्री के आंकड़े छिपाकर अगले साल की लाइसेंस फीस का कम आंकलन करवाकर राजस्व का नुकसान किए जाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के उपाय किए गए हैं। इसके साथ ही बीयर के फुटकर विक्रेताओं की चालू वित्तीय वर्ष में कम मार्जिन मिलने की शिकायतों के मद्देनजर अगले साल बीयर की एमआरपी में बदलाव भी होगा ताकि फुटकर विक्रेताओं को ज्यादा मार्जिन मिल सके।