FARRUKHABAD: जरा सी बात पर सरकार की हनक दिखाकर काम करवाने में माहिर सपाई अब इस मुद्दे पर क्यों नहीं बोल रहे हैं। न ही कोई राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है। अपनी अपनी इमेज बचाने में जुटे नेता भी इस प्रकरण पर बोलने से कतरा रहे हैं। प्रधानाध्यापक आनंद प्रकाश राजपूत की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी। मरने वाला व्यक्ति सपा की वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत का भांजा था। लेकिन इसके बावजूद भी न तो सपाइयों ने इस बावत कोई मामला उठाया और उर्मिला भी इस प्रकरण में कोई खास रुचि लेती नहीं दिख रही हैं। पूछे जाने पर बस इतना बताया कि वह पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं हैं।
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फतेहगढ़ क्षेत्र के सेन्ट्रल जेल के निकट स्थित ग्राम धन्सुआ में बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजन के लिए पहुंची उर्मिला राजपूत ने सचिन कठेरिया के आवास पर सरस्वती पूजन किया। मृतक प्रधानाध्यापक आनंद प्रकाश की हत्या व पुलिस की जांच के विषय में पूछे जाने पर पूर्व विधायक ने कहा कि पुलिस ठीक ढंग से जांच नहीं कर रही। नामजद अभियुक्तों को अभी तक पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। इस सम्बंध में वह नवागंतुक पुलिस अधीक्षक से भेंट करेंगी। लेकिन उर्मिला की यह खामोशी कुछ और ही इशारा कर रही है। इस सम्बंध में ज्यादा कुछ न बोलकर उर्मिला चुप्पी साध गयीं। उधर आनंद प्रकाश के हत्यारे खुलेआम पुलिस की छाती पर मूंग दल रहे हैं। कहीं न कहीं से तो पुलिस दबाव में लग ही रही है। कुछ अध्यापक नेताओं के नाम आने से मामले में पुलिस की कार्यवाही की गति को धीमा सा कर दिया है। फिलहाल अभी तक पुलिस ने जो प्रगति की है उसे सिर्फ खानापूरी ही कहेंगे।