फर्रुखाबाद: बीते 19 जुलाई को कायमगंज के चुनाव कुंवरि धर्मशाला में हुई ठेकेदार विकास गंगवार उर्फ बंटी की हत्या में नामजद सिपाहियों को पुख्ता सबूतों के बावजूद पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है। हद तो यह है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शराब का उल्लेख तक न होने के बावजूद बंटी को शराब के नशे में छत से गिरकर मृत दिखा दिया गया है। घटना के सम्बंध में कोतवाली पुलिस कायमगंज ने अंतिम रिपोर्ट लगा दी है। मृतक के पिता ने पूरे प्रकरण की दोबारा निष्पक्ष जांच किसी अन्य एजेंसी से कराये जाने की मांग की है।
विदित है कि 19 जुलाई 2012 को कायमगंज नगर के बीचो बीच मुख्य बाजार श्यामागेट स्थित चुना कुंवर धर्मशाला में पेटी कांट्रेक्टर विकास उर्फ बंटी गंगवार पुत्र अनिल गंगवार निवासी फरीदपुर सैथरा की हत्या कर शव फेंक दिया गया था। मृतक के शरीर पर कपडे नहीं थे वह केवल नेकर पहने हुए था। जब जांच की गयी तो पता चला कि मृतक बंटी का कसवा चौकी पर तैनात कास्टेबिल पवन पचौरी से बेहद दोस्ताना था। पवन धर्मशाला से सटे बाबा मार्केट के दूसरी मंजिल पर किराये पर रहता है वही कोतवाली के कार्यालय में तैनात कास्टेबिल दिनेश भी रहता था। पुलिस ने घटना के दिन सिपाहियों के कमरे की तलाशी ली तो कमरे का सामान अस्त-व्यस्त पडा था व वहां पडे मृतक के कपडे से बात और साफ हो गयी कि यही से घटना को अंजाम दिया गया है।
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जिसके बाद पुलिस ने मृतक बंटी के पिता अनिल गंगवार की तहरीर पर दोनो सिपाहियों पवन पचौरी व दिनेश शर्मा के अलावा अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। लेकिन कोतवाली पुलिस ने जांच के दौरान दोनो सिपाहियों को क्लीन चिट दे दी व बंटी के मरने की मुख्य बजह अधिक शराब पीने से बताया गया। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शराब पीने की कोई पुष्टि नहीं हुई थी। इसके साथ ही पुलिस कर्मियों के कमरों पर मृतक बंटी के कपड़े इत्यादि के सबूत भी पाये गये थे। इसके बावजूद पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट में गोलमाल कर दोनो आरोपियों को मुकदमें से निकाल दिया।
मृतक के पिता अनिल गंगवार ने किसी अन्य एजेंसी से घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी पुलिसकर्मियों तथा अन्य साथियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।