फर्रुखाबाद: स्व0 ब्रह्मदत्त द्विवेदी की 16वीं पुण्य तिथि के अवसर पर शहर के पटेल पार्क में बोलते हुए पीलीभीत के सांसद एवं भाजपा के फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश गरीबों का प्रदेश है लेकिन उत्तर प्रदेश पर राज्य करने वाले मायावती व मुलायम सिंह दोनो पर आय से अधिक सम्पत्ति के मुकदमें हैं, ऐसा क्यों। उन्होंने मुलायम सिंह सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने जनता से चुनाव के समय बेरोजगारी भत्ता, कन्या विद्या धन व लेपटाप बांटने के वादे तो कर दिये लेकिन अब वह कहां हैं। मुलायम सिंह ने अपने घर परिवार में किसी को मंत्री बनाकर किसी को विधायक बनाकर बेरोजगारी तो दूर कर दी लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता की नहीं। वरुण गांधी ने मायावती पर बोलते हुए कहा कि मैं पहले तो उनका नाम ही नहीं लेना चाहता क्योंकि उन्हें तो जनता ने ही कूड़े में फेंक दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत का आधा देश उत्तर प्रदेश है जबकि यहां की जनता गरीब है। लोग बहुत गरीब हैं। उत्तर प्रदेश गरीब लोगों का प्रदेश है। यहां बहुत सारे प्रश्न हैं लेकिन आज तक कोई उत्तर ढूंढ नहीं पाया। चाहे बुंदेलखण्ड हो, चाहे लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर हो। हजारों हजार बाढ़ पीढ़ित लोग अपना सब कुछ खोते हैं। पूर्वाचल के लोग सीमांत किसान है। उत्तर प्रदेश गरीब लोगों का प्रदेश है। मैं यह पूछना चाहता हूं कि ऐसा क्यों हैं। जो बड़ी पार्टियां उत्तर प्रदेश में राज्य कर चुकीं या कर रही मायावती की पार्टी, मुलायम सिंह यादव की पार्टी दोनो के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति के मामले विचाराधीन है।
वहीं उन्होंने जनपद के निवासी विदेश मंत्री पर बोलते हुए कहा कि हमको ऐसा नेता चाहिए कि समाज के आखिरी आदमी को ध्यान में रखे। क्या फायदा है विदेश मंत्रालय से जनपद को। उन्होंने कहा कि जब मैं पीलीभीत से सांसद था सबसे पहले गांवों का भ्रमण करता था। लोगों की बेटियों की शादी में मदद की, लखनऊ दिल्ली में लोगों का इलाज करवाया। मैने हजारों बेटियों की शादी अपने पैसे से करायी, जो हर साल कराते हैं। जबकि हमारी खुद की शादी नहीं हुई थी। लेकिन हमको लगा कि हमें कोई न कोई साथी मिल ही जायेगा।
हम यहां पूज्यनीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की शहादत और पराक्रम को याद करने के लिए आये हैं। मैं आयु में छोटा होने से मैने कभी उन्हें देखा तो नहीं लेकिन इस देश में अगर किसी की इज्जत होती है तो वह बहादुर की होती है। फिर चाहे वह चन्द्रशेखर आजाद, सुभाषचन्द्र बोस, शहीद भगत सिंह हों। यही बजह है कि श्री द्विवेदी की खुशबू हमें यहां तक खींच कर लायी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में साहस की कमी नहीं है।
उन्होंने मुलायम सिंह सरकार पर वार करते हुए कहा कि चुनाव के समय मुलायम सिंह ने कन्या विद्या धन, बेरोजगारी भत्ता, छात्रों को लेपटाप, किसानों का ऋण माफ आदि तमाम वादे कर दिये। लेकिन अब कहां हैं। कहां गया कन्या विद्याधन, कहां गया बेरोजगारी भत्ता, मुलायम सिंह ने अपने परिवार की बेरोजगारी दूर कर दी। सब मंत्री विधायक बना दिये लेकिन उत्तर प्रदेश के बेरोजगारों का जरा भी ध्यान नहीं रखा।
मैं मायावती के बारे में कुछ बोलना नहीं चाहता। जिस नेता को कूड़ेदान में फेंक दिया। उसका नाम मैं नहीं लेना चाहता। लेकिन यह बात कहना चाहता हूं कि फर्रुखाबाद स्वाभिमान की भूमि है। वरुण आगे बोले- भाइयों हमारे देश में लोगों के पास पैसा नहीं है लेकिन स्वाभिमान जिंदा है। आदमी अपनी मूछ के लिए, माता पिता के सम्मान के लिए कभी पीछे हटने को तैयार नहीं है। मैं एक बहुत वफादार आदमी हूं। एक ही चीज मानता हूं कि जीवन में मेरा धर्म रिश्ता बनाना और रिश्ता निभाना है।
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उन्होंने कहा कि मैं अन्य जनपदों में जाता हूं तो लोग कहते हैं कि संजय गांधी यदि जिंदा होते तो देश का यह हाल नहीं होता। किसी ने कभी यह नहीं कहा कि तुम्हारे पिता भ्रष्ट हैं। मैं पाठ पूजा करने वाला आदमी हूं। मैं एक ही चीज बोलना चाहता हूं। हर पिता के लिए इससे बड़ा सम्मान नहीं है कि उसका बेटा या बेटी उससे आगे निकल जाये। उन्होंने कहा कि यदि स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी देख रहे हों तो मैं यही कहना चाहूंगा कि उनका बेटा उनसे ज्यादा नाम कमायेगा।
वरुण गांधी ने कहा कि नेता सेवा करने के लिए नहीं रुपया कमाने के लिए राजनीति में उतर रहे हैं। एक करोड़ खर्च कर सांसद बनते हैं कि पांच छः करोड़ कमा लेंगे। सेवा और रक्षा ही राजनीति है। लोग कहते हें धर्म और राजनीति को अलग किया जाये। धर्म, राजनीति, रक्षा, कर्तव्य सब पेड़ एक ही बीज से निकले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि गद्दारी व अवसरवाद के लिए उत्तर प्रदेश में यह माहौल दिख रहा है कि 30 प्रतिशत ऐसे विधायक हैं जो चारो पार्टियों में रह चुके हैं। वरुण गाँधी ने जोश भरने की कोशिश करते हुए कहा कि- भाइयो आदमी को थोड़ा बहुत लोहा सीने में रखकर चलना चाहिए। मैने बहुत संघर्ष देखा। हर व्यक्ति का सत्य अलग है। जो अपना सत्य है उसके लिए अंत तक लड़ना चाहिए। राजनीति में ऐसे भी लोगों की जरूरत है जो अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाये। अभी हमने देखा कि मायावती पदोन्नति में आरक्षण के लिए लड़ रहीं हैं जबकि मैं पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ हूं। पदोन्नति के लिए योग्यता जरूरी है। जातिवाद नहीं होना चाहिए। क्या हम पढ़ने जाते हैं तो क्या अध्यापक से जाति पूछते हैं। यदि पदोन्नति, नौकरी में आरक्षण हुआ तो यहां बैठे लोग बेरोजगार के बेरोजगार ही रहेंगे।
उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में जातिवाद की जंजीरों को तोड़ते हुए एक बार भाजपा को मौका दे। भाइयों आपने मुलायम सिंह यादव को देखा, मायावती को देखा, क्या मिला आपको। आज गांवों में मोटे लोगों की पेंशन है लेकिन गरीबों की पेशन नहीं बंधी है। शहरी लोग बिजली की समस्याओं से जूझ रहे हैं। जिन लोगों की पैरों की चप्पल नहीं थी आज वह सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ घूम रहे हैं, यह जनता का पैसा है। मां बहनों के सम्मान के लिए जातिवाद से ऊपर उठकर ऐसे प्रतिनिधि चुनें जो आधी रात को तुम्हारे काम के लिए मिल सके। जिसका मोबाइल नम्बर चुनाव के बाद न बदल जाये।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आधा देश है, अगर उत्तर प्रदेश पिछड़ जायेगा तो दिल्ली मुम्बई, कलकत्ता के विकास से कुछ नहीं होने वाला। इसके बाद जय हिन्द, भारत माता, जय श्री राम के साथ उन्होंने अपना भाषण खत्म किया।
इस दौरान स्व0 ब्रह्मदत्त द्विवेदी के पुत्र मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी, मिथलेश अग्रवाल, मुकेश राजपूत, राकेश जैन, पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह, आर के मित्तल लखीमपुर, कृष्णा, सरिता भदौरिया इटावा, अर्चना पाण्डेय कन्नौज, वरिष्ठतम नेता रामबख्स वर्मा, अलोक वर्मा, कन्नौज से सुब्रत पाठक, बनवारीलाल दोहरे, रवीकांत गर्ग, अशोक, महेश मित्तल, कन्हैयालाल मेहरोत्रा, डा0 रजनी सरीन, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुशील शाक्य, जिला मीडिया प्रभारी दिलीप भरद्वाज, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मुकेश राजपूत भी कार्यक्रम में मजूद रहे।
(उपरोक्त खबर एक तरह से वरुण गाँधी के भाषण की ट्रांसक्रिप्ट है)