कमालगंज में सूदखोर की संदिग्‍ध परिस्‍थितियों में हत्‍या: पुत्री के प्रेमी पर संदेह

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कमालगंज (फर्रुखाबाद): बीती रात संदिग्‍ध परिस्‍थितयों में कमालगंज में थाने से मात्र 500 मीटर दूर एक बड़े सूदखोर की घर में घुस कर हत्‍या कर दी गयी। परिजनों के अनुसार आधा दर्जन बदमाशों ने घर में घुस कर लाखों रुपये के नगदी-जेवर लूट लिये व गृहस्‍वामी की हत्‍या कर दी। जबकि परिस्‍थितजन्‍य साक्ष्‍यों के अधार पर पुलिस लूट को संदिग्‍ध मान रही है। सूत्रों के अनुसार घटना के पीछे मृतक की पुत्री के प्रेम प्रसंगों का भी मामला होने की संभावना है।

Dolly Kamalganj
मृतक रामशंकर की पुत्री डॉली
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मृतक रामशंकर
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लोहिया अस्‍पताल में मृतक रामशंकर के शव पर विलाप करते परिजन

मृतक की 18 वर्षीय पुत्री डॉली के अनुसार गुरुवार रात्रि लगभग 11 बजे कमालगंज के महरूपुर रावी निवासी उसके पिता रामशंकर वर्मा उर्फ मुनीम अपने घर के अंदर बने कमरे में सो रहे थे। रामशंकर गिरवी गांठे के अधार पर सूदखोरी का कारोबार करता था। पड़ोस के ही कमरे में डॉली स्‍वयं सो रही थी। मकान की तीसरी मंजिल पर डॉली की विकलांग मां राममूर्ती सो रही थी। तभी अचानक कुछ नकाबपोश शसत्र बदमाश घर में दाखिल हुए। बदमाशों ने सबसे पहले डॉली को तमंचा दिखा कर काबू में किया। उसके बाद बदमाश रामशंकर के कमरे में घुसे। बदमाशों ने पहले रामशंकर के साथ मारपीट की व विरोध करने पर बदमाशों ने रामशंकर के सर में दो गोलियां मारीं, जिससे वह मरणासन्‍न हो कर गिर पड़े। इसके बाद बदमाशों ने तिजोरी व बक्‍से में रखी नगदी-जेवर लूट लिये व मुख्‍य दरवाजे से फरार हो गये। घटना के बाद डॉली ने कुछ ही दूरी पर स्‍थित गांव दीनारपुर पहुंच कर अपने भाइयों जयकरन व चन्‍नन को सूचना दी, व भाइयों के साथ वापस घर पहुंच कर स्‍थिति दिखायी। बाद में जयकरन व चन्‍नन ने मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस व एम्‍बुलेंस ने घायल रामशंकर को रात में ही लोहिया अस्‍पताल भिजवाया। चिकित्‍सकों ने रामशंकर को मृत घोषित कर दिया। डॉली के अनुसार घटना के समय पुलिस की जीप हूटर बजाते हुए घर के पास से गुजरी थी। [bannergarden id=”8″]

घटना स्‍थल पर पहुंची पुलिस की प्रारंभिक जांच पड़ताल के दौरान जो तथ्‍य सामने आये हैं, उससे डॉली के बयान व घटना के कई पहलू संदिग्ध प्रतीत होते हैं। घर के मुख्‍य दरवाजे का ताला मृतक के कमरे में मिलना व ताले पर किसी प्रकार की चोट का निशान न होना संदेह को जन्‍म देता है। किले नुमा बने मकान की दीवारों की ऊंचाई लगभग 40 से 45 फिट है, जिस पर किसी प्रकार के पैरों के निशान आदि भी नहीं हैं। इससे प्रतीत होता है कि हत्‍यारे मुख्‍य दरवाजे से ही अंदर घुसे थे। मुख्‍य द्वार से मृतक के कमरे तक पहुंचने के लिये दो गेट हैं। दोनों के ताले टूटे नहीं खोले गये प्रतीत होते हैं। मृतक रामशंकर के कमरे में रखी तिजोरी के दरवाजे पर मकड़ी का जाला लगा पाया गया, जिससे पुलिस लूट की घटना को भी संदिग्‍ध मान रही है।

घर में केवल तीन ही प्राणियों के होने के चलते पुलिस को मृतक की पुत्री पर ही संदेह हो रहा है। बताया जाता है कि मृतक की पुत्री डॉली का प्रेम प्रसंग पड़ोस के ही एक युवक से चल रहा था। युवक का मृतक के घर पर भी आना-जाना था। पुलिस फिलहाल जुबैर व बब्‍बन आदि चार युवकों को हिरासत मे लेकर पूंछतांछ कर रही है। जुबैर की रामशंकर के घर के पास ही फर्नीचर की दुकान है। बब्‍बन थाना कमालगंज के ग्राम राजेपुर सरायमेंदा का निवासी है।

अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि घटना के संबंध में लूट व हत्‍या के मामले में मुकदमा धारा 394 व 302 के अंतर्गत पंजीकृत कर लिया गया है। घर का दरवाजा या ताला टूटा न पाये जाने के कारण मृतक की पुत्री की भूमिा संदिग्ध प्रतीत हो रही है।