लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से शारदा, घाघरा सहित अन्य नदियां उफान पर हैं। इस कारण आधा दर्जन जिले बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
प्रशासन ने प्रभावित जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया है। राज्य के पीलीभीत, बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बहराइच और बलरामपुर जिलों के सैक़डों गांव बाढ़ में डूब गए हैं। पीलीभीत के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बुधवार को आईएएनएस को बताया कि लगातार हो रही भारी बारिश से शारदा नदी में बाढ़ आ गई है, जिससे उत्तराखंड और नेपाल सीमा पर स्थित 100 से अधिक गांव डूब गए हैं। पीलीभीत शहर के पास से बहने वाली बेवहा और खरगा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है।
इस कारण शहर के पूर्वी हिस्से के करीब एक दर्जन मुहल्ले जलमग्न हो गए हैं। शर्मा ने बताया कि प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बचाव कार्यो में प्रांतीय सशत्र बल (पीएसी) की मदद ली जा रही है और प्रभावित लोगों को मोटरबोट तथा नावों की मदद से सुरक्षति स्थानों की तरफ ले जाया जा रहा है।
कलक्ट्रेट परिसर में लोगों को ठहराने के लिए अस्थायी शिविर बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से जिले के नेपाल सीमा पर स्थित पलिया तहसील के सैक़डों गांव शारदा नदी के पानी से जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन की तरफ से प्रभावित इलाकों में राहत कार्य जारी है।
शर्मा के अनुसार बाराबंकी में घाघरा नदी उफान पर है। इस कारण रामनगर तहसील के 50 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। सीतापुर में घाघरा, शारदा, चौका, केवली नदी का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है। महमूदाबाद क्षेत्र में भी हजारों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
बहराइच जिले में घाघरा और उसकी सहायक नदियों के उफनने से 50 से अधिक गांवों में बाढ़ पानी घुस गया है। मालूम हो कि राज्य सरकार ने गत सोमवार को बाढ़ प्रभावित 20 जिलों में राहत के लिए सात करो़ड रूपये की सहायता देने की घोषणा की थी।