फर्रुखाबाद: 26 जनवरी पर पुलिस लाइन में गार्ड आफ आनर लेने के लिए राज्य मंत्री नरेन्द्र सिंह को बुलाया गया। लेकिन मैदान में कहीं भी होमगार्ड की टुकड़ी गार्ड आफ आनर देने के लिए मौजूद नहीं थी।
प्रातः साढ़े आठ बजे कलेक्ट्रेट पर मुख्य विकास अधिकारी ने झण्डारोहण किया। वहीं प्रातः 7 बजे जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में प्रभातफेरी निकाली गयी। वहीं साइकिल रेस का आयोजन भी किया गया। पुलिस लाइन में आयोजित किये गये परेड कार्यक्रम में पुलिस की टुकड़ी को गार्ड आफ आनर देने के लिए रखा गया। पुलिस के साथ में महिला पुलिस, एनसीसी के छात्र छात्रायें शामिल थे। गार्ड आफ आनर के लिए होमगार्ड व पीआरडी मंत्री नरेन्द्र सिंह यादव को बुलाया गया। जिन्होंने गुब्बारे उड़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लेकिन जनपद के होमगार्ड मंत्री होने के बावजूद भी होमगार्ड की टुकड़ी का उन्हीं के गार्ड आफ आनर में शामिल न होना चौंकाने वाली बात थी। पुलिस अधिकारी इस मामले पर बगलें झांकते नजर आये।
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पुलिस अधीक्षक नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि उन्हें इस सम्बंध में जानकारी भेजी गयी थी। किसी कारणवश वह नहीं आ सके। होमगार्ड मंत्री नरेन्द्र सिंह के सामने इस सवाल का जबाव पूछने पर पुलिस अधीक्षक बगलें झांकने लगे। नरेन्द्र सिंह ने सवाल का संतुलन बनाते हुए कहा कि जनपद की होमगार्ड पूरी तरीके से गार्ड आफ आनर देने के लिए तैयार नहीं थी। इसी बजह से उन्हें शामिल नहीं किया जा सका।
होमगार्ड कमांडेट राज किशोर ने बताया कि परेड के लिये होमगार्ड्स के मानदेय के लिये लखनऊ मुख्यालय से अनुमति मांगी गयी थी। अनुमति न मिल पाने के कारण होमगार्ड परेड में सम्मिलित नहीं हो सके। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक चाहते तो थानों में तैनात होमगार्डों को बुलाकर परेड में सम्मिलित कर सकते थे।