भाजपा में आते ही मुकेश ने लोकसभा टिकट की दावेदारी ठोकी

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फर्रुखाबाद: पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह द्वारा बनायी गयी जनक्रांति पार्टी महज एक वर्ष में ही घुटनों पर आग गयी। काफी उठापटक के बाद आखिर 21 जनवरी को भाजपा में कल्याण सिंह की पार्टी का विलय हो गया। जिसमें फर्रुखाबाद से पूर्व जिला पंचायत सदस्य मुकेश राजपूत भी जनक्रांति पार्टी से भाजपा में शामिल हो गये। भाजपा में आते ही उन्होंने पार्टी में अपनी ताल ठोक दी। मुकेश ने कहा कि उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी में मजबूती के साथ दावेदारी की है।

भारतीय जनता पार्टी में जनक्रांति पार्टी का विलय होने के बाद भाजपा को लोकसभा चुनाव के लिए मुकेश राजपूत के रूप में एक और दावेदार मिल गया। भाजपा में शामिल होने के बाद मुकेश राजपूत ने भी लोकसभा चुनाव के लिए बिगुल फूंक दिया और कार्यकर्ताओं के साथ अपनी ताकत आंकने में जुट गये। प्रश्न इस बात का उठता है कि भाजपा में मुकेश के शामिल होने पर ताकत किसकी बढ़ी भाजपा की या मुकेश राजपूत की। यह एक बड़ा सवाल है।

लोकसभा चुनाव सर पर है, पहले से ही भाजपा के पूर्व सांसद रामबख्स वर्मा, पूर्व सांसद चन्द्रभूषण सिंह मुन्नू बाबू के अलावा मिथलेश अग्रवाल का नाम दावेदारों की लिस्ट में शामिल हो रहा था तो वहीं मुकेश राजपूत ने भी अपनी दावेदारी ठोंक दी।
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इस सम्बंध में मुकेश राजपूत ने जेएनआई को बताया कि वह भाजपा में शामिल होने के दूसरे दि नही अपनी दावेदारी ठोंक चुके हैं और पूरी जोरदारी से चुनाव भी लड़ेंगे। पार्टी से टिकट मांगने में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। फिर भी अगर पार्टी दूसरे नेता को चुनाव लड़ाती है तो उसका समर्थन करेंगे।