फर्रुखाबाद : सातनपुर आलू मण्डी में बीते दो दिनों से आलू के भाव में सुर्खी आ गयी है। आलू में सुर्खी आने की मुख्य वजह मौसम खराब होने से मण्डी में आलू की आवक कम होना माना जा रहा है। वहीं कुछ व्यापारियों का मानना है कि क्षेत्र में अब बहुत ज्यादा आलू नहीं रह गया है। अब किसान अपने आलू को रोकने भी लगा है। जिससे आलू भाव इससे कम होने की कोई संभावना नहीं है।
मण्डी में पिछले सप्ताह आलू की भरमार थी। एक एक आढ़त पर 30 से 35 ट्राली तक आलू आ रहा था। जिससे आढ़ती से लेकर व्यापारी छके हुए लग रहे थे। लेकिन दो दिन से आलू मण्डी में आलू की आवक बहुत कम हो गयी है। आलू व्यापारी जो बाहर के लिए भर्ती करते हैं उनको छट्टा आलू की मांग होती है। लेकिन दो दिन से छट्टा व गड्ड आलू जो भी आया उसमें चमक नहीं थी। कुछ आलू भीगा हुआ भी मण्डी में पहुंचा। जिससे भर्ती वाले व्यापारियों ने इस तरह के आलू को नहीं खरीदा। इस तरह के आलू को स्थानीय पैकारों के लिए जिन आढ़तियों ने खरीदा उन्होंने भी अच्छे आलू को भी चमक कम होने से दबाकर खरीदा। जिससे जिस तरह सुबह मण्डी 501 रुपये प्रति कुंतल की खुली उस तर छट्टा आलू के भाव उछाल नहीं मार सके। सामान्य तौर पर मण्डी खुलने से छट्टा आलू के भाव 90 से 100 रुपये अधिक रहते हैं। लेकिन शनिवार को ऐसा नहीं दिखा। शनिवार को सामान्य मण्डी भाव से 60 रुपये अधिक यानी 561 रुपये प्रति कुन्तल में छट्टा आलू बिक सका।
वहीं अब अगले दिन रविवार को मण्डी बंद रहनी है जिसके कारण भी शनिवार को भाव में सुर्खी आना बताया जा रहा है लेकिन उस तरीके की आलू भाव में सुर्खी नहीं दिखी जिस तरीके की किसान संभावना जता रहे थे। जिसका मुख्य कारण सातनपुर मण्डी में व्यापारियों की गुटबंदी मानी जा रही है। वहीं लाल आलू की आवक मण्डी में बिलकुल कम हो गयी है। जिससे शनिवार को लाल आलू का भाव सातनपुर मण्डी में 717 रुपये तक पहुंच गया।