फर्रुखाबाद: डेढ़ वर्ष पूर्व डायट रजलामई के प्राचार्य के पत्र द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी फर्रुखाबाद को फर्जी शैक्षिक अंकपत्रों से विशिष्ट बीटीसी 2004 के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद की नियुक्ति पाने वाले तीन शिक्षकों राजनरायन शाक्य, नरेन्द्र पाल सिंह व श्रवण कुमार के विरुद्व वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे। कई आरटीआई कार्यकर्ताओं व शिकायतों पर राज्य सूचना आयोग में जिलाधिकारी के विरुद्व प्रस्तावित सुनवाई से पूर्व फर्जी हाईस्कूल अंकपत्र से कार्यरत राजनरायन शाक्य पुत्र मोहनलाल शाक्य निवासी ग्राम मतापुर पोस्ट पिपरगांव की सेवा समाप्ति सेवा समाप्ति कार्यवाही कर दी गयी। शेष दो शिक्षकों के विरुद्व जांच के नाम पर मामला ठंडे बस्ते में चल रहा था। तहसील दिवस में बीएसए के विरुद्ध की गयी शिकायत के बाद आखिर और फर्जी शिक्षक के विरुद्ध बर्खास्तगी व धोखधड़ी की एफआईआर की गाज गिरना लगभग तय हो गया है।
तहसील दिवस की शिकायत पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने निस्तारण में नरेन्द्र पाल सिंह पुत्र सूबेदार सिंह निवासी ग्राम दाउदपुर पोस्ट खिमशेपुर सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय दाउदपुर पूर्वी विकास क्षेत्र मोहम्मदाबाद की पूर्व मध्यमा, उत्तर मध्यमा व शास्त्रीय परीक्षा के सत्यापन सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी से नियुक्ति के समय लगाये गये अंकपत्रों के फर्जी पाये जाने पर नरेन्द्र पाल सिंह से स्पष्टीकरण मांगा है। इससे लगता है कि नरेन्द्र पाल सिंह शिक्षक की सेवा समाप्ति कार्यवाही जल्द ही हो जायेगी।
तीसरे शिक्षक श्रवण कुमार पुत्र पहाड़ीलाल निवासी ग्राम उदी नगला थाना कमालगंज के सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से पूर्व मध्यमा की डिग्री का सत्यापन प्राप्त न होने की जानकारी तहसील दिवस की निस्तारण आख्या में दी गयी है।