फर्रुखाबाद : तेज धूप निकलने व ठंड कम होने से किसानों को अब आलू खोदकर गेहूं बोने की चिंता सता रही है। किसानों का मानना है कि यदि गेहूं उन्होंने इसी सप्ताह नहीं बो पाया तो फिर संभावित गेहूं की पैदावार नहीं ली जा सकेगी। जिससे क्षेत्र के किसानों ने आलू की खुदाई तेज कर दी है। आलू की खुदाई तेज होने से मण्डी में आलू की आवक भी ज्यादा हो गयी है। मण्डी में आलू की आवक ज्यादा होने के बावजूद भी आलू भाव 500 के आस पास ही टिका हुआ है।वहीं किसानों का मानना है कि कोल्ड स्टोरेज खुलते ही एक बार आलू भाव उछाल मारेगा।
सातनपुर आलू मण्डी बुधवार को जहां 445 रुपये रहीं वहीं गुरुवार को भारी मात्रा में आलू आने के बाद भी 443 रुपये खोली गयी। वहीं छट्टा आलू का भाव गुरुवार को 528 रुपये तक रहा। लाल आलू की आवक कम होने के बाद भी 559 रुपये तक में ही बिक सका। बीते चार दिनों से सर्दी कम होते ही किसानों ने आलू की खुदाई में तेजी ला दी है। किसानों को अब जल्दी से जल्दी गेहूं बोने की चिंता सता रही है। यदि इसी सप्ताह में उन्होंने गेहूं नहीं बो पाया तो मौसम हाथ से चला जायेगा। खुदाई तेज होने से मण्डी में आलू की आवक भी ज्यादा हो गयी है। अभी माना जा रहा है जो आलू खुदाई हो रही थी वह सीधा मण्डी में आ रहा था। लेकिन अब जैसे ही धूप निकली है किसानों व भंसारियों का मानना है कि एक सप्ताह बाद यही धूप कुछ और कड़ी हो जायेगी जिसके बाद सम्पन्न किसान अपने आलू को खोदकर अधिक भाव लेने के चक्कर में ढेर लगाने लगेंगे। वहीं एक सप्ताह बाद कोल्ड स्टोरेज भी खुलने की संभवना है। जिसके बाद आलू में उछाल आने की संभावना जतायी जा रही है। आलू किसानों का तो यहां तक मानना है कि इस बार आलू भाव एक हजार रुपये कुंतल तक के भाव छू सकता है। जिसकी आस में अभी से ही कुछ किसानों ने अपने आलू को रोकना शुरू कर दिया है। जिन किसानों को आलू खोदकर मक्का की बुबाई करनी है उन्हें अभी आलू खोदने की कोई जल्दी नहीं है। वह फिलहाल आलू भाव में उछाल आने का इंतजार कर रहे हैं।