फर्रुखाबाद: जिलाधिकारी द्वारा जारी किये गये आदेश के बाद शहर क्षेत्र के मोहल्ला खटकपुरा में शुष्क शौचालय तोड़ने पहुंची नगर पालिका की टीम पर नागरिकों ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए विवाद कर दिया। नागरिकों का आरोप था कि नगर पालिका कर्मियों ने पालिका अध्यक्ष समर्थित एक ठेकेदार का शौचालय न तोड़कर अन्य लोगों का तोड़ दिया। मामला गरमाते देख टीम के लोग मौका देखकर खिसक लिये।
जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने जनपद के शुष्क शौचालय तोड़ने के आदेश जारी किये थे। डीएम के आदेश पर जनपद में शुष्क शौचालय तोड़ने का कार्य जारी है। जिसके लिए अलग अलग टीमें गठित की गयी हैं। शहर क्षेत्र के मोहल्ला खटकपुरा में पहुंची टीम ने जिला बचत अधिकारी लखमी चंद व नायक अखलाख अहमद पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। शुष्क शौचालय तोड़ने का काम शुरू कर दिया। टीम ने खटकपुरा सिद्दीकी निवासी रईस पुत्र मोहम्मद शरीफ, रियाज अली पुत्र मुमताज अली, शईदा बेगम पत्नी जुम्मन, वसीम पुत्र करीम, विकार हुसैन पुत्र जरार हुसैन, शारदा तिवारी, रामप्रकाश गुप्ता पुत्र रामभरोसे, जगदीश प्रसाद पुत्र छोटेलाल, जेवेन्द्र यादव पुत्र किशोरीलाल यादव, सुधीर पुत्र केशराम यादव, इलाहीवख्स पुत्र महताब आलम, शमसाद पुत्र शफीक, सलीम पुत्र रहमतुल्ला, शकील अहमद पुत्र खलील खां आदि तीन दर्जन से अधिक शुष्क शौचालय तोड़ दिये। तभी मोहल्ला खटकपुरा निवासी रामप्रकाश ने शौचालय तोड़ने गयी टीम पर पक्षपात का आरोप लगाया। रामप्रकाश का आरोप था कि नगर पालिका की टीम ने चेयरमैन के एक करीबी ठेकेदार के शौचालय को बगैर तोड़े ही छोड़ दिया। रामप्रकाश के विवाद करने पर मोहल्ले के अन्य लोग इकट्ठे हो गये और हंगामा शुरू कर दिया। मामला गर्माते देख शौचालय तोड़ने गयी टीम मौके से खिसक गयी।
रामप्रकाश ने फोन पर भी किसी अधिवक्ता से बात की व जिला बचत अधिकारी पर हाईकोर्ट में मुकदमा तक करने की धमकी दे डाली। जिला बचत अधिकारी ने मौके पर डीएम का आदेश दिखाया। लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई।