फर्रुखाबाद: हाड़कंपाऊ ठंड व दिनों दिन गिरते तापमान के बावजूद भी पराग डेरी के कर्मचारियों ने लापरवाही की हद कर दी। कंपकंपाती ठंड में जहां दूध इत्यादि कई कई दिनों तक खराब नहीं होता। वहीं पराग डेरी का एक टैंकर कच्चा दूध चालक की लापरवाही से खराब हो गया। जिससे डेरी को हजारों का नुकसान बताया गया है।
मेरठ ट्रांसपोर्ट का पराग दूध ले जाने वाला ट्रक संख्या एचआर 55 एम 8769 को लेकर चालक मनवीर 3 जनवरी को सायं 6 बजे मेरठ के लिए रवाना हुआ। फर्रुखाबाद व मेरठ के बीच के सफर में तकरीबन 12 घंटे का समय लगता है। जिसके बावजूद भी चालक मनवीर तकरीबन 55 घंटे में दूध से भरा टैंकर लेकर मेरठ पहुंच पाया। जिसके नतीजन टैंकर में भरा लगभग एक लाख रुपये कीमत का 15 हजार लीटर से अधिक दूध खराब हो गया। जिसे मेरठ में लेने से इंकार कर दिया गया तो चालक पुनः भरा हुआ टैंकर लेकर वापस घटियाघाट कादरीगेट रोड स्थित पराग दूध डेरी पर आ गया। मौके पर मिले डेरी सुपरवाइजर वेदराम ने इस बात को पहले मानने से ही इंकार कर दिया। ज्यादा पूछे जाने पर सिर्फ दूध को खट्टा होने की बात कही और यह भी कहा कि उसे प्राइवेट डेरी में बेच दिया गया है। जबकि ट्रक डेयरी में ही खड़ा था।
इस सम्बंध में पराग डेयरी के जनरल मैनेजर डा0 नेपाल सिंह यादव ने बताया कि उन्हें इस सम्बंध में जानकारी मिल गयी है। उन्होंने कहा कि इस सम्बंध में हुए नुकसान की भरपाई सम्बंधित टैंकर के ट्रांसपोर्ट से की जायेगी। उन्होंने जेएनआई से फोन पर ही खबर न छापने व उनसे मिल लेने की बात भी कह डाली।