कायमगंज (फर्रुखाबाद) : चीनी मिल कायमगंज में इस समय भ्रष्टाचार चरम पर है। किसानों से सट्टा पर्ची के नाम पर वसूली से लेकर उनके गन्ने को भी कम लिखा जा रहा है। घटतौली के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर गदर काटा। जिसके बाद किसान यूनियन कार्यकर्ताओ के साथ उपजिलाधिकारी को ९ सूत्रीय ज्ञापन पत्र सौंपा।
किसानों ने आरोप लगाया कि चीनी मिल में प्रतिट्राली 10 कुन्तल गन्ना कम तौला जा रहा है। किसान ब्रजेश गंगवार, वाजिद, सच्चे मियां समेत तमाम किसानों ने चीनी मिल गन्ना ले जाते समय रास्ते में गन्ने से भरी अपनी ट्रालियों की एक प्राइवेट धर्मकाटे पर तौल करायी। इसके बाद वह लोग सीधे चीनी मिल पहुंचे। जहां उन्होंने चीनी मिल के कांटे पर उन्हीं ट्रालियों को तौला। जिसमें प्रति ट्राली 10 कुंतल कम निकली। यह देखकर वहां खडे अन्य किसान भड़क गये। जिन्होंने चीनी मिल प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए गन्ने की तौल बंद करा दी थी। जिस पर हंगामा काट रहे किसानों को देखकर वहां पहुंचे जीएम ने किसानों को समझाते हुए कहा कि इलेक्ट्रिक कांटा कभी कभी खराब हो जाता है। आप लोगों की यह समस्या जल्द से जल्द ठीक की जायेगी। तब कही जाकर किसान शान्त हुए।
जिसके बाद किसान यूनियन के साथ मिलकर किसानों ने उपजिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल को मांग पत्र सौंपकर कहा कि चीनी मिल कायमगंज द्वारा किसानों के गन्ने की घटतौली में प्रति ट्राली कुंतल गन्ना कम तौलकर दर्शाया जा रहा है। जिससे गन्ना किसानों को हर ट्राली पर 10 कुंतल का चूना लग रहा है। शासन द्वारा गन्ने का मूल्य 280 रूपये प्रति कुंतल निर्धारित किया है। किन्तु मिल गेट पर गन्ने का मूल्य 275 रूपये अंकित है। इस प्रकार पांच रूपये प्रति कुंतल किसानों को कम भुगतान किया जा रहा है। किसानों ने मांग की है कि इस वर्ष मिल चालू होने के समय से अब तक जिन किसानों का गन्ना मिल में लिया गया उनको घटतौली द्वारा पहुंचाये गये नुकसान की तत्काल भरपायी की जाये। मिल मे दलालो का बोलबाला है। सट्टा पर्ची सीधी किसानों को न मिलकर दलालों के माध्यम से दी जा रही है। गन्ना मूल्य का भुगतान किसानों को समय से दिया जाये। इस मौके पर लक्ष्मी शंकर जोशी, मुन्नालाल सक्सेना, रामसिंह राजपूत, श्यामसिंह राजपूत, गोपी सिंह शाक्य, चरनसिंह, रामविलास, रामलडैते, दिवाकर, संजीव, श्यामसिंह यादव, महिपाल सिंह राजपूत आदि मौजूद रहे।