फर्रुखाबाद: 16वें फर्रुखाबाद महोत्सव में बुधवार को फर्रुखाबाद संसद का आयोजन किया गया। संसद में पक्ष व विपक्ष में नगर की समस्याओं पर जमकर बहस हुई। बहस के दौरान असंसदीय नोकझोंक होने पर कई बार शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए चेतावनी दी गयी। प्रधानमंत्री द्वारा सवालों के जबाव न देने पर विपक्ष ने चूड़ियां भेंट कीं।
प्रति वर्ष की भांति इस बार भी फर्रुखाबाद महोत्सव में संसद का आयोजन किया गया। लेकिन इस बार के संसद आयोजन में थोड़ी ज्यादा ही असंसदीय भाषा का प्रयोग किये जाने से लोकसभा व राज्य सभा के सदस्यों में जमकर नोकझोंक हुई। नोकझोंक के दौरान एक महिला नेत्री ने प्रधानमंत्री को घुग्घू शब्द बोले जाने पर उन्हें सदन से बाहर करने की मांग की गयी। संसद कार्यवाही में अवारा घूमने वाले जानवरों व बंदरों को पकड़वाने सहित विद्युत शवदाह गृह बनवाने की मांग उठी। विद्युत खम्भों को हटवाने व झूलते विद्युत तारों को बदलवाने के साथ ही शहर में धड़ल्ले से हो रहे सट्टा व स्मैक के कारोबार पर रोक लगाने जैसे मुद्दों पर जमकर बहस चली। प्रधानमंत्री की भूमिका निभा रहे राकेश चौहान को विपक्ष ने अंत में चूड़ियां भेंट कीं।
संसद के अध्यक्ष रहे पूर्व विधायक महरम सिंह, सचिव पूर्व विधायक उर्मिला राजपूत ने बहस में उठी शहर की समस्याओं के निस्तारण के लिए जिलाधिकारी को भेजने की बात कही।
फर्रुखाबाद संसद कार्यक्रम में पक्ष में प्रधानमंत्री की भूमिका राकेश चौहान, संसदीय कार्यमंत्री व गृह विभाग के मंत्री अनिल मिश्रा, वन मंत्री अजीत, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री सपा नेता अनिल श्रीवास्तव, नगर विकास मंत्री सुधीर प्रधान सहित जानकी शुक्ला, पार्वती, रजिया बेगम, कामिनी कौशल, भारती मिश्रा, हरिश्चन्द्र, संतोष प्रजापति, ज्ञानी गुरुवचन सिंह ने निभायी। पक्ष में नेता सदन राकेश चौहान रहे।
वहीं विपक्ष के नेता अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ को चुना गया। विपक्ष में रहे अन्य सदस्यों में अरुण कुमार बौद्ध, मोहर सिंह अम्बाड़ी, साजेश सिंह यादव, नरेश सक्सेना, संजय गर्ग, चित्रा अग्निहोत्री, सुमन राठौर, लक्ष्मण सिंह गहरवार, आशाराम, विजय सिंह यादव, भोजराज शाक्य, पुष्पा सूद शामिल हैं।