फर्रुखाबाद: लोको स्थित हजरत मख्दूम शहाबुद्दीन औलिया के मजार पर रविवार को आयोजित उर्स के अवसर पर कव्वालों के सूफियाना कलाम पर श्रोता देर तक झूमे।
सज्जादानशीन हाजी मुहम्मद शरीफ खां उर्फ मोहब्बत शाह के जेरे निगरानी आयोजित कुल शरीफ के अवसर पर फातहा की रस्म अदा की गयी। इस अवसर पर मुल्का व कौम की सलामती के लिये दुआ मांगी गयी। फातहा के बाद अकीदतमंदों में लंगर व तबर्रुक वितरित किया गया। इससे पूर्व कुल के दौरान कव्वालों ने सूफियाना कलाम सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कव्वाल कमालुद्दीन व रियाज भारती शमसाबाद ने कलमा पेश किया ‘मेरे बंदापरवर मेरे हर गम का मदावा तुम हो, मुझ को दुनिया से क्या मेरी दुनिया तुम हो।