फर्रुखाबाद : बीते 19 दिसम्बर को घटियाघाट बंधा निवासी 50 वर्षीय रामप्रसाद उर्फ मुड़िया पुत्र तोताराम भट्ट का शव शुक्रवार दोपहर बाद गंगा जी से बरामद हो गया था। पुलिस ने हत्या के आरोप में मृतक के एक साथी राजेन्द्र पाल को हिरासत में लिया था। आठ दिन चली पूछताछ में पुलिस ने कोई विशेष सुराग हाथ न लगने के बाद आखिर आरोपी राजेन्द्र को बुधवार को जेल भेज दिया।
विदित है कि रामप्रसाद अपने पिता तोताराम के साथ घटियाघाट पर कर्मकाण्ड का काम करता था। बीते गुरुवार की शाम तकरीबन पांच बजे रामप्रसाद को अमेठी कोहना निवासी राजेन्द्र पुत्र मुन्शीलाल पाल, अमेठी निवासी अतर सिंह पुत्र जीवालाल व चाचूपुर निवासी सुन्दर पुत्र प्रहलाद राजपूत दुकान से दारू पिलाने के बहाने ले गये थे। तब से रामप्रकाश घर वापस नहीं आया। बाकी तीनो साथी वापस लौट आये। रामप्रसाद के न लौटने पर घर वालों ने उसको ढूंढना शुरू किया लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। शुक्रवार दोपहर तकरीबन एक बजे घटियाघाट बंधा के पास रामप्रकाश के कुछ कपड़े व कंबल इत्यादि देखे गये थे। उसके बाद गोताखोरों की मदद से गंगा में शव को ढूंढकर निकाला गया था।
मृतक रामप्रसाद के भाई विनोद की तहरीर पर आरोपी राजेन्द्र, सुन्दर, अतर सिंह, के खिलाफ हत्या के मामले में धारा 302, 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर किया गया था। पुलिस ने राजेन्द्र पाल पुत्र मुंशीलाल पाल को हिरासत में लिया था। आठ दिन तक चली पूछताछ के बाद पुलिस ने राजेन्द्र पाल को हत्या की धारा में जेल भेज दिया।
इस सम्बंध में शहर कोतवाली के एस एस आई विग्गन सिंह यादव ने बताया कि पकड़े गये आरोपी से किसी खास बात की जानकारी नहीं हो पायी। बाकी फरार चल रहे सुन्दर व अतर सिंह के पकड़े जाने पर ही मामले का खुलासा हो सकेगा।