कहां जा रही डग्गामार वाहनों से २ करोड़ ७० लाख की वसूली की रकम?

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फर्रुखाबाद: जनपद में इस समय डग्गामार वाहन मालिकों की पौबारह है। बस पुलिस की जेबें गरम किये रहो फिर चाहे ओवर लोड करो, छतों पर सवारियां बैठाओ, वाहन तेज चलाओ, शराब पीकर चलाओ पूरी छूट जनपद पुलिस द्वारा दी जाती है। सूत्रों की मानें तो पुलिस द्वारा दी जाने वाली छूट कोई ऐसे ही नहीं दे दी जाती, डग्गामार वाहनों से प्रत्येक कोतवाली, थाना व चौकियों में बंधी बंधाई तय रकम ली जा रही है। जिससे जनपद में आये दिन दुर्घटनायें हो रहीं हैं।

जनपद पुलिस इस समय अपराधियों को खुला छोड़कर डग्गामार वाहन मालिकों से वसूली करने में जुटी हुई है। सूत्रों के मुताबिक शहर में डग्गामार वाहनों के अड्डा मैनेजरों के पास वाहन मालिक रुपये जमा करते हैं, उसके बाद पुलिस विभाग का ड्राइवर मैनेजरों से वसूली कर तयशुदा रकम पहुंचा देता है। शहर कोतवाली में इस समय एक मैजिक से प्रति माह 1600 रुपये की वसूली की जाती है। इसके अलावा वाहन मालिकों को ट्रैफिक पुलिस को 200 रुपये, प्रति थाना 300 रुपये व प्रति चौकी 200 रुपये माह की 5 तारीख तक हर हाल में जमा करना होता है।

विदित हो कि फर्रुखाबाद शहर से कायमगंज, शमसाबाद, नबावगंज, राजेपुर, हरपालपुर, गुरसहायगंज, मोहम्मदाबाद के लिए सैकड़ों की संख्या में डग्गामार मैजिक चलायीं जा रहीं हैं। मैजिक चालक कूड़े कचरे की तरह सवारियों को छतों व खिड़कियों में लटका लेते हैं। जानकारी के मुबाबिक जरियनपुर रोड पर लगभग 100 मैजिक, हरपालपुर रोड पर 70, कायमगंज रोड पर 70, नबावगंज रोड पर लगभग 70 के अलावा गुरसहायगंज रोड पर लगभग 100 डग्गामार मैजिकें अवैध रूप से फर्राटा भर रहीं हैं। लगभग 500 डग्गामार मैजिकें जनपद में अवैध रूप से पुलिस की छत्तर छाया में चल रहीं हैं। जिनसे प्रति माह प्रति मैजिक 4500 रुपये की कुल वसूली की जाती है। जिनसे लगभग साढ़े 22 लाख रुपये की वसूली हो रही है। अब देखने वाली बात है कि प्रति माह साढ़े 22 लाख के हिसाब से 12 माह में कुल दो करोड़ 70 लाख की वसूली की जाती है। इतनी मोटी रकम पुलिस के किसी सिपाही के द्वारा तो नहीं खायी जा सकती। जिससे जनपद पुलिस के अधिकारियों पर भी प्रश्नचिन्हं इन्हीं डग्गामार वाहनों के मालिकों द्वारा लगाया जा रहा है।