जनपद में चल रही पुलिस की तानाशाही: ददुआ

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फर्रुखाबाद: विश्व मानवाधिकार दिवस पर ओम प्रकाश गुप्ता के सभागार में आयोजित की गयी अन्तर्राष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संगठन की बैठक में बोलते हुए व्यापार मण्डल के प्रदेश मंत्री अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ ने कहा कि जनपद की पुलिस तानाशाही पर उतारू है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आये दिन हो रहे झगड़े फसाद की मुख्य जड़ भी पुलिस ही है। आज के दौर में हम लोगों को खुद अपने अधिकारों को पहचानना होगा। तभी हमारा उत्पीड़न नहीं हो सकता। उन्होंने हिदायत दी कि कोई भी रिश्वत न दे और उसके खिलाफ खड़ा हो जाये तो काफी हद तक भ्रष्टाचार को भी खत्म किया जा सकता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ ने कहा कि नौजवानों को मानवाधिकार के प्रति जागरूक होकर उनके अधिकारों को जन जन तक पहुंचाना होगा। उन्होंने अन्तर्राष्ट्रीय न्यायिक मानवाधिकार संगठन में युवाओं को जुड़ने का आह्वाहन किया। इस दौरान उन्होंने जनपद में बढ़ गये अपराध और अपराधियों पर लगाम न लगाने में पुलिस को दोषी करार दिया। शहर की पुलिस को भी उन्होंने आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पुलिस चोरी या लूट हो जाने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं करती। जिससे पीड़ित काफी आहत हो जाता है और भविष्य में होने वाली किसी घटना को पुलिस तक न पहुंचाकर चुपचाप बैठ जाता है। जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने जनपद की पुलिस की तानाशाह घोषित करते हुए कह दिया कि इस समय शहर ही क्या पूरे जनपद की पुलिस अपनी मनमानी कर रही है अपराधी खुले घूम रहे हैं, घटनाओं का खुलासा महीनों गुजर जाने के बाद भी नहीं हो रहा है। ऐसे में कानून व्यवस्था की स्थिति दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है।

शहर में चल रहे जुए, सट्टे के कारोबार में भी पुलिस की मिलीभगत की बात सामने रखी गयी। जिस पर संगठन के लोगों ने शीघ्र इस समस्या को पुलिस के उच्च अधिकारियों के सामने रखने का फैसला भी किया। सभा में आये सभी लोगों को पीड़ित को न्याय दिलाने और लोगों को उनके अधिकार बताने के लिए निस्वार्थ सेवा भाव से जुटने को कहा गया।

इस दौरान सेवानिवृत्त कारापाल स्यामबाबू तिवारी, एडवोकेट लक्ष्मण सिंह, रमेशचन्द्र त्रिपाठी, सुनील तिवारी, यतेन्द्र शुक्ला, जानकी शुक्ला, वीरेन्द्र चतुर्वेदी, राम जी मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे।