फर्रुखाबाद: शहर कोतवाली क्षेत्र के ठंडी सड़क निवासी आलू आढ़ती बंटी दुबे के घर उस समय अचानक घरेलू सिलेण्डर से आग लग गयी, जब उसकी पत्नी घर पर खाना बना रही थी। जैसे तैसे स्थानीय लोगों ने आग पर काबू पाया। लेकिन जब तक आग बुझ पाती तब तक नगदी सहित लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया।
आलू आढ़ती बंटी दुबे की पत्नी ज्योत्सना प्रातः तकरीबन 11 बजे घर के अंदर खाना बना रही थी तभी अचानक सिलेण्डर लीक होने के चक्कर में आग लग गयी। सिलेण्डर से लगी आग की लपटों को देखकर घर के अंदर चीख पुकार मच गयी। जैसे तैसे बंटी की पत्नी घर से बाहर निकली। जिस समय आग लगी, उस समय आढ़ती बंटी दुबे घर पर नहीं थे। लेकिन बाहर आलू आढ़ती शैलेन्द्र मौजूद थे। जिन्होंने आग की सूचना पर तत्काल गैस सिलेण्डर को सरिया के माध्यम से बाहर निकाला और फायर ब्रिगेड को मामले की सूचना दी। जब तक फायर ब्रिगेड पहुंचती तब तक स्थानीय लोगों ने जल रही आग पर काबू पा लिया। विलम्ब से पहुंचने पर फायर ब्रिगेड कर्मियों की कहासुनी भी हो गयी।
आग बुझने के बाद बंटी की पत्नी ने बताया कि उसके पति बंटी बीते दिन 50 हजार रुपये नगद रखकर गये थे। जिन्हें किसी को देना था। आग लगने से नगदी के अलावा घर का काफी सामान जल गया।
सिलेण्डर में लगी आग से प्रधान सहित चार झुलसे
वहीं शमसाबाद थाना क्षेत्र के गांव सुल्तानपुर में चाय बनाते समय गैस सिलेंडर में लगी आग को बुझाने में दंपती व ग्राम प्रधान समेत चार लोग झुलस गये। उधर शहर में ठंडी सड़क स्थित आलू आढ़ती के घर में सिलेंडर में आग लगने से हजारों का नुकसान हो गया।
शनिवार सुबह सुल्तानपुर निवासी जगदीश की पत्नी पुष्पा गैस चूल्हे पर चाय बना रही थी। पाइप से गैस लीक होने से सिलेंडर में आग लग गई। तेज लपटों की चपेट में अन्य घरेलू सामान भी आ गया। चीख पुकार सुन गांव के प्रधान वीरेन्द्र, सुनील उर्फ पप्पू आदि मौके पर पहुंचे और जलते गैस सिलेंडर को घर के आंगन में फेंक मिट्टी में दबा दिया। आग बुझाने के प्रयास में जगदीश व उनकी पत्नी पुष्पा, ग्राम प्रधान वीरेन्द्र व सुनील मामूली रूप से झुलस गये। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गैस सिलेंडर को खेत में रखवा दिया। वहां गैस खत्म होने पर आग स्वत: बुझ गई।