अनुसूचित जाति कर्मचारी संघ व एबीवीपी ने मनाया अम्बेडकर का 56वां परिनिर्वाण दिवस

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फर्रुखाबादः बोध सत्य बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर के 56वें परिनिर्वाण्सा दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय अनुसूचित जाति जन जाति कर्मचारी कल्याण संघ व एबीवीपी द्वारा श्रद्धांजलि सभा का आयोजन फतेहगढ़ प्रतिमा स्थल पर किया गया। माल्यार्पण, बुद्ध वंदना के साथ ही दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गयी।

दलितों, पिछड़ों, गरीबों के मसीह समाज शास्त्र, मानव शास्त्र, राजनीति शास्त्र व अर्थशास्त्र के प्रकाण्ड विद्धान मानववादी सोच रखने वाले सामाजिक चिंतन रखने वाले डा0 अम्बेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि सभा में संघ के प्रांतीय महामंत्री नानक चन्द्र ने कहा कि बाबा साहब के विचारों को अपने में परिवर्तन करने की आवश्यकता है। जातिवाद से व कर्मचारी अधिकारी के भेदभाव से दूर रहकर समाजवाद के रूप में संगठित होकर, बाबा साहब के विचारों का चिंतन करें। तभी वास्तविक श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने आडम्बर वाद को त्यागने पर बल दिया। विनोद कुमार ने डा0 अम्बेडकर के साहित्य, सत्संग पर जोर दिया। सर्वेश कुमार ने संगठित होकर समाज को भ्रमित होने से बचाने के लिए दलित कर्मचारी आगे आकर डा0 अम्बेडकर का सपना पूरा करने की बात कही।

जिलाध्यक्ष सत्यपाल ने कहा कि डा0 अम्बेडकर के तीन मूल मंत्र शिक्षित बनो, संगठित बनो, संघर्ष करो के समाज शिक्षित होकर अपने परिवार को बढ़ाने में लगकर डा0 अम्बेडकर के अन्यत्रों को भूल गया है, जिसे जाग्रत करने की आवश्यकता है। प्रमोद कुमार ने कहा कि घरों में बाबा साहब के दर्शन को रखकर उसका अध्ययन किया जाये। सत्येन्द्र कुमार ने कहा कि र्मचारी अपने समाज के बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ अंग्रेजी का अच्छा अध्यन करायें, जिससे वह संवैधानिक बातों को पढ़कर समाज को नई दिशा दे सकें।

श्रद्धांजलि सभा में सुभाषचन्द्र, नानक चन्द्र, दिनेश कुमार, रामदत्त राजपूत, जवाहर सिंह गंगवार, महेश जाटव, रजनीश, धीरज, के एन चौधरी, मनोज कुमार, सियाराम, रवि गौतम, चिन्तामणि, वीना गौतम, रंजना, प्यारे लाल, डी के गौतम, कमलेश कुमार, वीर सिंह जाटव, अभिलाष, मनोज कुमार, अमर पाल, फूल सिंह, नरेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।

वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की फतेहगढ़ इकाई के द्वारा भी अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समरसता दिवस के रूप में मनाया गया। जिसके बाद जनता राष्ट्रीय इंटर कालेज में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में अखिल पाठक, आलोक दुबे, उमेश राठौर आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस दौरान आयुष पाण्डेय, राहुल सागर, प्रवीन दुबे, आशीष त्रिवेदी, अमित दुबे, दीपक यादव, विशाल शुक्ला, राजीव सिंह राठौर आदि मौजूद रहे।