आठ लड़कियों के बाद काफी मिन्नतों से पैदा हुआ था रमन

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फर्रुखाबाद : गढ़िया ढिलावल निवासी रामप्रकाश के पांच वर्षीय पुत्र रमन की हत्या कर शव नाले में फेंक देने के बाद घटना स्थल पर पहुंचे रमन के पिता रामप्रकाश व मां सुदामा का रो रो कर बुरा हाल था। उनके अरमानों पर पानी फिर गया। सारे सपने चकनाचूर हो गये।

रोती बिलखती रमन की मां सुदामा ने कहा कि इससे अच्छा तो ऊपर वाला उसकी गोद सूनी ही रखता। रामप्रकाश के आठ पुत्रियां पहले पैदा हुईं लेकिन पुत्र रत्न की प्राप्ति रामप्रकाश को नहीं हो रही थी। जिसके चलते दोनो पति पत्नी काफी चिंतित रहने लगे थे। पुत्र की आस छोड़ सी दी थी। तभी किसी ने उन्हें राजस्थान के भरतरी महाराज के दरबार में हाजिरी लगाने की बात कही। जिस पर रामप्रकाश अपनी पत्नी सुदामा के साथ राजस्थान भरतरी महाराज के दरबार में माथा टेकने पहुंचे। जिसके बाद सुदामा पुन: गर्भवती हुई व उसने रमन को जन्म दिया। रमन के जन्म के बाद रामप्रकाश के परिवार में एक पुत्र व आठ बहनों को एक भाई मिल गया। रामप्रकाश की खुशी का ठिकाना नहीं था। इसके बाद रामप्रकाश की पत्नी ने एक और पुत्र को जन्म दिया। जो महज अभी तीन साल का है। रामप्रकाश के सारे सपनों को हत्यारों ने चकनाचूर कर दिया। इसके बावजूद भी रामप्रकाश अपने मुहं से कुछ भी बोलने को तैयार नहीं।फिलहाल रामप्रकाश अंदर ही अंदर घुट सा रहा है।