भविष्‍य के युद्धों में संख्‍या से अधिक तकनीक का महत्‍व होगा

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फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ स्थित करियप्पा काम्पलेक्स ग्राउंड में राजपूत रेजीमेंट सेन्टर के 265 रंगरूटों ने पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। उसके बाद उन्हें सैन्य बेडे में शामिल कर लिया गया। पासिंग आउट परेड की सलामी राजपूत रेजीमेंट के कर्नल आफ द रेजीमेंट   लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चाचरा अति विशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल अफसर कमांडिंग इन चीफ पश्चिमी कमान द्वारा ली गयी।

  • राजपूत रेजीमेंट के 265 रंगरूट भारतीय सेना में शामिल

प्रातः तकरीबन 9 बजे करियप्पा काम्पलेक्स पहुंचे लेफ्टिनेंट कर्नल संजीव चाचरा ने अमर जवान ज्योति पर पुष्प चक्र अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात दो मिनट का मौन भी रखा गया। इसके बाद श्री चाचरा ने रंगरूटों की टुकड़ी का निरीक्षण भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सिपाही का आचरण ऐसा होना चाहिए कि जो सबके लिए प्रेरणाश्रोत हो। उन्होंने कहा कि राजपूत रेजीमेंट का इतिहास अपने में सराहनीय है। इस रेजीमेंट ने न जाने कितने बीरता परक कार्य किये हैं। उन्होंने रंगरूटों की पासिंग आउट परेड की सलामी भी ली। इस दौरान उन्होंने पासिंग आउट रंगरूटों को बधाई दी और कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि यह नये सैनिक भारतीय सेना और राजपूत रेजीमेंट को आने वाले समय में गौरवान्वित करेंगे। उन्होंने नये जवानों को तकनीकी विकास के प्रति जागरूक रहने को कहा और बताया कि भारतीय सेना तकनीकी विकास के पथ पर अग्रसर है और भविष्‍य में तकनीकी युद्ध का एक अहम पहलू होगा। कार्यक्रम के अंत में भव्य परेड ऑल्ड लाईंग साइंग की धुन पर धीरे चल से मार्च करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।

इस मौके पर अन्य जनरल आफीसर्स, सभी कमान अधिकारी, परेड में शामिल रंगरूटों के परिजनों के अलावा स्कूली बच्चे भी मौजूद रहे।