बाल ठाकरे की मौत पर मुंमबई बंद के विरुद्ध फेस पर टिप्पणी करने वाली दो लड़कियों की गिरफ्तारी के मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। कोंकण के आईजी की रिपोर्ट के आधार पर ठाणे के एसपी रविंद्र शेगावकर को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही संबंधित पालघर थाने के इंस्पेक्टर श्रीकांत पिंगले को भी निलंबित कर दिया गया है। हालांकि ठाणे के एडिश्नल एसपी को इस मामले में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। इस मामले में लड़कियों को 15-15 हजार के मुचलके पर जमानत देने वाले जज रामचंद्र बागड़े का भी ट्रांसफर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि बाला साहब ठाकरे के निधन के बाद मुंबई बंद को लेकर पालघर की एक लड़की ने फेसबुक पर अपने कमेंट के जरिए सवाल उठाए थे। इसके बाद उसकी दोस्त ने इस कमेंट को लाइक किया था। इसके बाद शिवसैनिकों ने लड़की के डॉक्टर चाचा के क्लीनिक पर हमला बोलकर वहां तोड़फोड़ की। इसके बाद शिवसैनिकों ने पुलिस थाने में कमेंट के बाबत केस दर्ज कराया था। इसके बाद दोनों लड़कियों को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि बाद में उन्हें जमानत दे दी गई थी।
दरअसल एडिश्नल एसपी संग्राम निसानदर ने वक्त रहते आला अफसरों को इसकी खबर दे दी थी इसीलिए रिपोर्ट में उनपर उंगली नहीं उठी। वहीं शिवसेना ने कार्रवाई करने वाले पुलिस वालों का बचाव किया है और कहा है कि शाहीन के कमेंट की वजह से राज्य में हालात खराब हो सकते थे। इसलिए पुलिस ने ठीक काम किया था।
उधर, शिवसेना ने पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई के विरोध में कल पालघर बंद का ऐलान किया है। इसके अलावा मजिस्ट्रेट का तबादला करने के विरोध में कोर्ट में वकीलों ने भी बंद बुलाया है। शिवसेना सांसद संजय राउत का तो ये तक कहना है कि लड़कियों पर कार्रवाई करने वाले पुलिस अधिकारियों को मेडल मिलना चाहिए।