कमालगंज (फर्रुखाबाद): जनपद में झोलाछाप डाक्टर बरसाती कुकुरमुत्तों की तरह फैले हुए हैं। लेकिन झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ कार्यवाही के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की तरफ से खानापूरी होते दिखायी दे रही है। एक माह पूर्व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर द्वारा कमालगंज क्षेत्र में मारे गये छापे के दौरान पकड़े गये पांच झोलाछाप डाक्टरों के विरुद्व कमालगंज थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
जनपद में सैकड़ों झोलाछाप डाक्टर अपनी दुकानों को सजाकर भोली भाली जनता को इलाज के नाम पर लाल पीली गोलियां देकर ठग रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी यह सब देखकर भी अनजान बने रहते हैं। जिसकी मुख्य बजह है कि स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को तयशुदा कमीशन उनको पहुंच जाता है। यही बजह है कि बिना डिग्री धारक न जाने कितने डाक्टर अपने घरों में नर्सिंगहोम चला रहे हैं। शहर क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक में यह डाक्टर अपनी दुकानें सजाये हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मात्र खानापूरी करते दिखायी दे रहे हैं। बीते एक माह पूर्व अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 राजवीर सिंह ने कमालगंज क्षेत्र में छापा मारा था। जिसमें लगभग 50 से अधिक झोलाछाप डाक्टरों को पकड़ा था। लेकिन डा0 राजवीर के आदेश पर कमालगंज पीएचसी के एमओआईसी डा0 श्रीप्रकाश ने मात्र पांच झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर इति श्री कर दी। अब या तो पकड़े गये सभी डाक्टरों ने मोटी रकम दे दी या फिर उन्होंने इस दौरान डिग्री हासिल कर ली। यही बजह है कि मात्र पांच झोलाछाप डाक्टरों के विरुद्व मुकदमा दर्ज कराया गया है।
एमओआईसी श्रीप्रकाश ने झोलाछाप डा0 जगन्नाथ यादव निवासी खुदागंज, प्रदीप सक्सेना निवासी बारामऊ दहेलिया, संतोष निवासी खुदागंज, वसरुद्दीन निवासी खुदागंज, भानुप्रताप निवासी खुदागंज के खिलाफ धारा 468 व 471 के तहत कमालगंज थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया है।