कायमगंज: लेखपाल द्वारा पट्टे की जमीन पर अवैध कब्जे न हटवाये जाने से त्रस्त ग्रामीण ने तहसील दिवस में पहुंचकर जिलाधिकारी के सामने ही परिवार सहित आत्मदाह की धमकी दे डाली। ग्रामीण की बात सुनकर तहसील दिवस में बैठे अधिकारी सन्न रह गये। आनन फानन महिला व उसके बच्चों के हाथ से मिट्टी के तेल से भरी कट्टी छीन ली गयी।
तहसील दिवस में थाना कम्पिल क्षेत्र के नगला नाजिर निवासी श्यामसिंह पुत्र वेदराम व उसकी पत्नी जयदेवी तथा उसके बच्चे प्रवेश (3), दलवीर (6), निर्जेशा कुमारी (8) के साथ दुधमुंहे बच्चे को गोद में लेकर तहसील परिसर में जिलाधिकारी के सामने जाकर शिकायती पत्र देते हुए कहा कि हमारी जमीन को अगर गांव के दबंगों के कब्जे से खाली नहीं कराया गया तो वे यहीं तहसील परिसर में अपने ऊपर साथ में लाया मिट्टी का तेल डालकर परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने शिकायत करते हुए कहा कि उनको सन् 1975 में 864 डिस्मिल भूमि का पट्टा मिला था। जिस पर अभी तक हमारे परिवार का कब्जा रहा। लेकिन कुछ दिनों पूर्व सिरसा नगला के मजरा साद नगर निवासी सुखवीर पुत्र तहसीलदार ने अपनी दबंगई के चलते प्रार्थी की पट्टे वाली जमीन पर कब्जा कर लिया है। अपनी जमीन को कब्जे से मुक्त कराने के लिए मैने कई बार लेखपाल व उच्चाधिकारियों से शिकायत की। लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं हुयी। उन्होंने जिलाधिकारी के समक्ष गिड़गिड़ाते हुए कहा कि हमारी जमीन को दबंगों के अवैध कब्जे से मुक्त करा दें। नहीं तो हम आपके सामने आत्मदाह करने के लिए मजबूर हो जायेंगे।
जिलाधिकारी डा0 मुथू कुमार स्वामी बी ने मामले का त्वरित संज्ञान लेते हुए वहां मौजूद उपजिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल को निर्देश दिये कि मामले की जांच कराकर लेखपाल और कानूनगो के खिलाफ कार्यवाही करें। इस दौरान उन्होंने कानूनगो श्यामबाबू को मौके पर बुलाकर जमकर फटकार लगाई।