फर्रुखाबाद: लोहिया अस्पताल में पहले से ही डाक्टरों का अभाव है, बाल रोग विशेषज्ञ ने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया तो वहीं न्यूरो सर्जन के नाम पर एक भी चिकित्सक नहीं है। सिर की जरा भी गंभीर चोट पर मरीज को कानपुर के लिए रिफर कर दिया जाता है। डाक्टरों के इस अभाव को देखते हुए मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। इसके बावजूद भी दीपावली पर डाक्टरों को धड़ल्ले से छुट्टी पर भेज दिया गया। एक तरफ डेंगू जैसी गंभीर बीमारी का खतरा जनपद में मड़रा रहा है तो वहीं इस बात से बेखबर स्वास्थ्य विभाग लोहिया अस्पताल में तैनात चिकित्सकों की धड़ल्ले से छुट्टी मंजूर कर देता है। जिससे मरीजों को इलाज कराने में भारी परेशानी हो रही है। फिजीशियन के छुट्टी चले जाने पर मरीजों को तो परेशानी होती ही है साथ में फिजीशियन के मरीजों को जो चिकित्सक देखता है उसके कक्ष में भी नम्बर को लेकर मरीजों में विवाद शुरू हो जाता है। लोहिया में फिजीशियन के छुट्टी जाने पर सोमवार को पूरे दिन मरीज उन्हें दिखाने के लिए भटकते रहे वहीं एक अन्य डाक्टर अरविंद शर्मा के भी मौजूद न होने पर दोनो के कक्षों में ताले लटकते रहे और मरीज इधर उधर भटकते रहे।
लोहिया अस्पताल में पहले ही जिलाधिकारी मुथुकुमार स्वामी ने फिजीशियन डा0 एच पी श्रीवास्तव का स्थानांतरण लिंजीगंज अस्पताल के लिए कर दिया था। वहीं एक मात्र फिजीशियन अदिती श्रीवास्तव ही फिजीशियन सम्बंधी मरीजों का इलाज कर रही हैं। उनके छुट्टी जाने से मरीजों की काफी भीड़ सोमवार को अस्पताल में देखी गयी। बाल रोग विशेषज्ञ विमल गुप्ता के नौकरी से त्यागपत्र देने की बात कही जा रही है और इसी बजह से वह अपने कक्ष में नहीं बैठते हैं। डाक्टर अरविंद सक्सेना जोकि फिजीशियन सम्बंधी मरीजों को भी देखते हैं लेकिन वह भी सोमवार को अपने चेम्बर में नहीं बैठे और कक्षों में ताले लटकते रहे। ताले लटकने से दूर दराज से आये मरीज 60 वर्षीय मुन्नालाल, बांकेलाल के अलावा 13 वर्षीय धीरज जोकि कन्नौज से यहां इलाज कराने आया था। 55 वर्षीय मेघनाथ निवासी प्रीतम नगला, 50 वर्षीय मिश्रीलाल निवासी कुम्हरौर अमृतपुर लोहिया अस्पताल में फिजीशियन को दिखाने पहुंचे लेकिन कक्ष में ताला लटका देख कई मरीज बैरंग वापस हो गये तो कइयों ने नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डा0 ए के मिश्रा को अपनी परेशानी बतायी। सोमवार को तकरीबन 700 मरीजों के पर्चे लोहिया अस्पताल में बने। जिसमें से तकरीबन 250 से अधिक मरीज फिजीशियन को दिखाने के लिए आये थे। जिसमें से कई ने डा0 ए के मिश्रा को दिखाकर आत्मसंतुष्टि कर ली तो वहीं कुछ मरीज डा0 अदिति को दिखाने की बात कहकर वापस लौट गये। फिलहाल सोमवार को पूरे दिन डा0 अरविंद शर्मा, डा0 अदिति श्रीवास्तव व डा0 विमल गुप्ता के कार्यालयों के बाहर ताले लटकते नजर आये। वहीं फिजीशियन के ज्यादातर मरीज नाक कान गला रोग विशेषज्ञ डा0 ए के मिश्रा ने देखे।
सीएमएस नरेन्द्रबाबू कटियार ने बताया कि फिजीशियन अदिति श्रीवास्तव छुट्टी पर गयीं थीं। जिन्होंने आज ही ज्वाइन किया है। अरविंद सक्सेना अभी भी छुट्टी पर चल रहे हैं।