फर्रुखाबाद: पुलिस लाइन में इस समय चल रही ऐथिलेटिक्स प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के प्रति पुलिस विभाग की लापरवाही साफ नजर आयी जब अंधेरी ट्रेक पर दौड़ रहे खिलाड़ी मोबाइल की टार्च का सहारा ले रहे थे। लेकिन वह सहारा भी काम नहीं आया। अचानक एक खिलाड़ी ट्रेक पर ठोकर लगने से गिर पड़ा। काफी समय बाद जानकारी हुई तो उसके साथियों ने उसे उठाकर लोहिया अस्पताल में उपचार हेतु भेजा।
विदित हो कि पुलिस लाइन फतेहगढ़ में एथिलेटिक्स प्रतियोगिता का तीन दिवसीय आयोजन चल रहा है। जिसके चलते जनपद के अलावा दूसरे जिलों से भी खिलाड़ी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आये हुए हैं। बुधवार शाम को 10 किलोमीटर की दौड़ होनी थी। जिसके लिए दो खिलाड़ी कानपुर नगर, दो फतेहगढ़ व एक औरैया के दौड़े। दौड़ने से पूर्व टीम के कैप्टन दिनेश यादव ने आपत्ति जतायी कि अब दौड़ने के लिए समय पर्याप्त नहीं है क्योंकि रेस शुरू होने के समय तकरीबन 6ः15 बज चुके थे। लेकिन गेम इंचार्ज ने उनकी बात को नजरंदाज कर ट्रेक पर दौड़ा दिया। खिलाड़ी तकरीबन 6 किलोमीटर की रेस पूरी कर चुके थे और दौड़ते समय अपने मोबाइल की टार्च का प्रयोग कर रहे थे। तभी अचानक औरैया टीम का सिपाही धर्मेन्द्र सिंह तेज ठोकर लगने से गिर पड़ा। जिससे उसके पैर में गंभीर चोट लगी। अन्य खिलाड़ी दौड़ते चले गये। काफी दूर जाकर साथी खिलाड़ियों ने धमेन्द्र को अपने साथ नहीं पाया तो उसकी खोज शुरू की गयी। कुछ दूरी पर धर्मेन्द्र घायल अवस्था में पड़ा कराह रहा था। साथियों ने उसे लोहिया अस्पताल में लाकर उपचार के लिए भर्ती कराया।