फर्रुखाबाद: जनपद का पुलिस विभाग अपराध को रोकने में तो नाकाम साबित हो ही रहा है उसके साथ ही वह लगातार भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा दे रहा है। चौकी, थाने, कोतवाली में जमकर वसूली अभियान जारी है। पुलिस द्वारा बालू व मिट्टी खनन के नाम पर लाखों रुपये की वसूली प्रतिमाह की जाती है। सूत्रों की माने तो तयशुदा रकम पुलिस के उच्चाधिकारियों तक भी पहुंचायी जा रही है। शायद यही वजह है कि पुलिस के उच्चाधिकारी सब जानते हुए भी अनजान बने रहते हैं। अवैध खनन कर ले जा रही ट्राली जब एसडीएम सदर ने पकड़ ली तो आवास विकास चौकी पुलिस की बात को सुनकर तो हर कोई दंग ही रह जायेगा।
हुआ यूं कि बुधवार को एसडीएम सदर भगवानदीन वर्मा ने मिट्टी से भरा एक ट्रैक्टर आवास विकास चौकी क्षेत्र के लकूला में पकड़ लिया। जिसे उन्होंने आवास विकास चौकी भिजवा दिया। कवरेज के लिए आवास विकास चौकी पहुंचे मीडियाकर्मी ने सिपाही से पूछा कि एक ट्राली एसडीएम साहब ने पकड़ी थी, क्या वह नहीं आयी। सिपाही ने पत्रकार को क्लाइंट समझ कर अवैध खनन वाली डायरी फौरन निकाली और बोला अरे आज रामआसरे का टर्न था, अरे भाई देख भाल कर निकाला करो, अब अधिकारी ने पकड़ ली तो हम क्या कर सकते हैं।’’ यह बात सुन मीडियाकर्मी दंग रह गया। इसके बाद मीडिया कर्मी को पुलिस के सिपाही द्वारा खनन करने वालों के नाम रजिस्टर में दिखाये ही जा रहे थे तभी एसडीएम भगवानदीन वर्मा ट्रैक्टर व चालक के साथ चौकी में आ धमके। एसडीएम से पत्रकार की वात्रा होते देख पुलिसकर्मियों को मामला समझते देर नहीं लगी कि पहले आने वाला व्यक्ति कोई और नहीं न्यूज रिपोर्टर है।
यह हकीकत मात्र आवास विकास चौकी की ही नहीं वल्कि जनपद के सभी थाने चौकियों की है जहां पर बालू व मिट्टी खनन करने वाले माफियाओं के नम्बर व ट्रैक्टरों की संख्या पता होती है। तयशुदा रकम लेकर पुलिस उनको खनन करने की खुली छूट देती है। जिनसे पुलिस द्वारा लाखों रुपये की प्रतिमाह वसूली की जा रही है। सूत्रों की मानें तो इस रकम का अधिकांश हिस्सा पुलिस के उच्चाधिकारियों तक भी पहुंचाया जाता है। फिलहाल आवास विकास चौकी में पकड़े गये ट्रैक्टर मालिक राजेन्द्र प्रसाद निवासी नाला मछरट्टा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं ट्रैक्टर चालक रमेश पुत्र मलिखान सिंह निवासी कादरीगेट को एसडीएम ने छोड़ने के निर्देश दिये हैं।