फर्रुखाबाद: भूदेव सिंह राजपूत के बाद अब भाजपा के कई और बड़े नेताओं से चुनाव अधिकारी की जिम्मेदारी छिन सकती है। दरअसल यह पहले से ही तय था कि जो बड़े नेता दूसरे जिलों के चुनाव अधिकारी हैं उन्हें अपने जिले में मंडल का चुनाव अधिकारी न बनाया जाए। इसके बावजूद सत्यपाल सिंह, मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, मान सिंह पाल, प्रांशु दत्त द्विवेदी और सुशील शाक्य को अलग- अलग मंडल का चुनाव अधिकारी बना दिया गया। विदित है कि प्रांशु दत के विरुद्ध तो अभी विगत विधानसभा चुनाव के दौरान की गयी शिकायत का निस्तारण भी लंबित है।
पार्टी के असंतुष्ट नेता शिकायत का बहाना तलाश ही रहे थे। उन्होंने इस मुद्दे पर चुनाव अधिकारी और प्रदेश अध्यक्ष को शिकायतों की झड़ी लगा दी है। विदित है कि आस पास के जिलों में जिलाध्यक्ष का चुनाव हो चुका है और यहाँ अभी तक मंडल के चुनाव भी शुरू नहीं हो पाए हैं। सूत्रों के अनुसार शिकायतों के बाद ही भूदेव सिंह और प्रदीप सक्सेना को चुनाव से अलग किया गया। दोनों नेता जिलाध्यक्ष पद के दावेदार हैं। 25 अक्टूबर को चुनाव अधिकारी के आने के बाद ही नगर मंडल के चुनावों के बारे में आगे दिशा तय होगी।