देश में लगातर मोबाइलधारकों की संख्या बढ़ने की वजह से जल्द ही अब नंबर 11 अंकों के हो सकते हैं। अगले साल तक देशभर में इस्तेमाल होने वाले नंबरों की संख्या 100 करोड़ के पार कर जाएगी ऐसी परिस्थिति में हर हाल में सरकार को नए नंबरों का सीरीज जारी करना ही पड़ेगा।
दूरसंचार विभाग ने इसके लिए सरकार के पास एक प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव के अनुसार, अब मोबाइल का नंबर अब 10 की बजाए 11 अंकों का होगा। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि नया नंबर क्या होगा और यह नंबरों के आगे लगेगा या पीछे।
विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि अगले साल मोबाइल नंबर 100 करोड़ की संख्या पार कर जाएगा। इसलिए नंबरों के आगे या पीछे एक अंक जोड़ना ही पड़ेगा तभी नए नंबर जारी किए जा सकेंगे। उम्मीद की जा रही है कि सरकार जल्द ही इस प्रस्ताव को अपनी स्वीकृति दे देगी और यह संभवत: जनवरी में लागू हो जाएगा।
नंबरिंग की मौजूदा स्कीम 2003 में तय की गई थी और डॉट को इसके 2030 तक जारी रहने की उम्मीद थी। अनुमान यह लगाया गया था कि 2030 तक देश में 50 करोड़ मोबाइल धारक होंगे लेकिन यह आंकड़े को 21 साल पहले यानि 2009 में पार हो गया था। अभी देश में लगभग 60 करोड़ मोबाइल धारक हैं और वे औसतन एक से ज्यादा नंबरों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए हर हाल में सरकार को मोबाइल नंबर 11 अंकों का करना ही पड़ेगा।