फर्रुखाबाद: केन्द्रीय कानून मंत्री व फर्रुखाबाद के सांसद सलमान खुर्शीद द्वारा चलाये जा रहे जाकिर हुसैन मेमोरियल ट्रस्ट के द्वारा विकलांगों के लिए उपकरण मुहैया कराने को लेकर किये गये लाखों रुपये के घोटाले ने जहां तूल पकड़ रखा है। सलमान व अरविंद आमने सामने हैं। दोनो तरफ समर्थक अपने अपने पक्ष का पलड़ा भारी करने में लगे हुए हैं तो वहीं जिला स्तर पर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी कुण्डली मारकर शांती से बैठे हैं। यह बात समझ में नहीं आती। जिला स्तर के नेता प्रदर्शन व रोड शो करने की बजाय प्रेस वार्ता में काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
जबसे सलमान के ट्रस्ट का मामला प्रकाश में आया तब से मीडिया भी पूरी तरह इस मामले को कवर कर रही है। कई दिनों से चल रहे विवाद पर अगर नजर डालें तो जिला स्तर के नेता विरोध प्रदर्शन की बजाय प्रेस वार्ता में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं और प्रेस वार्ता में भी अगर सवाल पूछ दिया जाये तो जिला स्तरीय नेता सवाल का जबाव उखड़ेपन से मीडिया को दे रहे हैं। कई बार हुई प्रेस वार्ता में कांग्रेसियों द्वारा प्रेस वार्ता में रायता फैलाया जा चुका है। आये दिन जिला स्तरीय नेता उठते बैठते प्रेस कान्फ्रेंस करने में ज्यादा उत्सुकता दिखा रहे हैं। कैमरे के सामने बोलने का यह मौका कांग्रेसी नेता गवाना नहीं चाहते। इसी बजह से पत्रकारों के पहुंचने पर हर कांग्रेसी नेता अपनी अपनी बात कहने और कैमरे में आने को लेकर आपस में ही विवाद करते नजर आ जाते हैं और कई बार तो कैमरे के सामने बैठने के लिए छोटे और बड़े पद को लेकर विवाद हो चुका है।
एक दूसरे पर प्रेस वार्ता में बैठने को लेकर भी काफी कहासुनी हो जाती है। जिसके बावजूद भी इन मामलों पर विचार नहीं हो रहा है। जिला स्तर की राजनीति जिलाध्यक्ष आफताब हुसैन के हाथ में है। जो फिलहाल अपनी पुत्री की शादी के कारण व्यस्त हैं। वहीं अन्य कांग्रेसी नेता विरोध के नाम पर बिलकुल भी मौन धारण किये हुए हैं। अभी तक जिला स्तर के कांग्रेस नेताओं ने बड़े स्तर पर कोई विरोध दर्ज नहीं कराया है। वहीं दूसरी तरफ इण्डिया अगेंस्ट करप्शन के खेमे में 1 नवम्बर को होने वाली अरविंद केजरीवाल की फर्रुखाबाद में सभा को लेकर काफी उत्साह है। दो दर्जन से अधिक संगठन भी इण्डिया अगेंस्ट करप्शन के साथ हैं। हकीकत के पलड़े पर अगर दोनो को तौलें तो केजरीवाल की सभा अब कांग्रेसियों पर भारी पड़ती दिखायी पड़ रही है।