खुलासा: बेटा ही निकला मां का कातिल, 18 बीघा जमीन की खातिर ली थी जान

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कायमगंज(फर्रुखाबाद) : कोतवाली क्षेत्र के गांव मई रसीदपुर में दो माह पहले रिटायर्ड एसडीआई की वृद्धा पत्‍‌नी की हत्या मामले में उसका बेटा ही कातिल निकला। उसी ने अज्ञात के विरुद्ध मां की हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी थी । पुलिस ने उसे व एक अन्य को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने का दावा किया है।

2 अगस्त की रात गांव मई रसीदपुर में शिक्षा विभाग में एसडीआई स्व. शिवरतन सिंह की पत्‍‌नी 70 वर्षीय बालक देवी की गला घोंट कर हत्या कर दी गई थी। वे घर में अकेली रहती थीं। उनके एक पुत्र की मौत हो चुकी है, दूसरे पुत्र अशोक कुमार कायमगंज में रहते हैं। उन्होंने ने ही अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करायी थी। कहा कि हत्या करने वाले अंगूठी, टाप्स व मोबाइल आदि लूट ले गए। चोरी के लिए वृद्धा की हत्या होना पुलिस के गले नहीं उतर रहा था। पुलिस जांच में मई रसीदपुर का रवि पुत्र ओमप्रकाश सिंह संदेह के दायरे में आया। चोरी गये मोबाइल व अशोक के मोबाइल सहित कुछ अन्य मोबाइल नम्बरों को सर्विलांस पर लगवाया। उन पर हुई बातचीत की रिकार्डिग से हत्याकांड की पर्ते खुलीं। पुख्ता तथ्य मिलने पर एसओजी व कोतवाली पुलिस ने अशोक व रवि को दबोच लिया। पुलिस उपाधीक्षक वाईपी सिंह, प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह यादव, एसओजी प्रभारी नन्हें लाल यादव ने पत्रकार वार्ता में कहा कि गिरफ्तार हुए आरोपियों के कब्जे से चोरी गयी एक अंगूठी भी बरामद हुयी। पूछताछ में मामला उजागर हो गया।

बालक देवी को मायके मई रसीदपुर में करीब 29 बीघा जमीन मिली थी। इसमें से उन्होंने 11 बीघा जमीन बेच अपनी दो बेटियों और दोनों बेटों को रकम बांट दी थी। अशोक की पत्‍‌नी से मनमुटाव के चलते वे गांव में रहती थीं। बाकी 18 बीघा जमीन वे अपनी दो बेटियों व विधवा बहू के नाम करना चाहती थी। इसलिए अशोक मां को ठिकाने लगाने की योजना बनायी ताकि मां की मौत के बाद उसके नाम जमीन आ जाये।

बालक देवी की हत्या को उनके बेटे अशोक कुमार ने दो सुपारी किलर को एक लाख रुपये की सुपारी दी थी। इसमें रवि को 45 हजार व मटरू को 40 हजार रुपये दिये थे। वृद्धा बालक देवी की हत्या करने के लिए उसके बेटे के साथ दो सुपारी किलर भी गये थे। किलर ने जब वृद्धा का गला घोंटा तो बेटे ने मुंह दबा लिया था। मां को तड़पता देखकर उसने मुंह छोड़ दिया। फिर रवि ने उसका मुंह दबा लिया। जब वृद्धा निढाल हो गयी तो बेटे ने फंदे में एक और गांठ कस दी थी।