सपा विधायक के पैतृक गांव के स्कूली बच्चे किताबों से वंचित, नहीं बनता मिड डे मील

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कायमगंज (फर्रुखाबाद):  जनपद में बेसिक शिक्षा का हाल बद से बदतर होता जा रहा है। खाना पूरी करते अधिकारी व वोटों की खातिर झूठा दिखावा करते जनप्रतिनिधि हकीकत को जानते हुए भी उसको वयां नहीं कर रहे हैं। जिससे प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में शिक्षा का स्तर दिनों दिन गिरता जा रहा है। अब यदि जनपद के सामान्य गांव की बात तो छोड़ ही दें यहां तो स्‍वयं कायमगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजीत कठेरिया के पैतृक गांव में ही जूनियर स्कूलों के बच्चों को किताबें नहीं मिल सकीं। इतना ही नहीं बच्चों ने मिड डे मील न बनने का भी रोना रोया। विधायक अजीत कठेरिया को अपने गांव में उस समय शर्मसार होना पड़ा जब वह अपने गांव के स्कूल के बच्चों को ड्रेस वितरण करने पहुंचे।

वाकया सोमवार सुबह तकरीबन 12 बजे का है कायमगंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक अजीत कठेरिया अपने साथियों व अधिकारियों के साथ बड़े ही शान से अपने पैतृक गांव जौरा में बच्चों को ड्रेस वितरण करने पहुंचे। लेकिन वहां पहुंचने पर मामला कुछ और दिखायी दिया। प्राइमरी स्कूल के बच्चों को ड्रेस वितरण के बाद विधायक जी जब जूनियर स्कूल के बच्चों से रूबरू हुए तो बच्चों के पास से कापी किताब गायब मिले। यह देख विधायक जी चकित रह गये, बोले तुम लोग बिना कापी किताबों के ही पढ़ने आये हो। जिस पर जूनियर विद्यालय के बच्चों ने विधायक जी को बताया कि उन्हें आज तक किताबें मुहैया नहीं करायी गयीं हैं। जिससे उन लोगों ने स्कूल आना भी छोड़ दिया। आज तो विधायक जी के आने की खबर सुनकर यह कहकर हमकों विद्यालय में बुला लिया है कि आज विधायक जी स्कूल आ रहे हैं। स्कूल में लड्डू बटेंगे। इसलिए हम तो लड्डू लेने स्कूल आये हैं। स्कूल में पढाई तो होती ही नहीं है। बच्चों की बात सुनकर जब विधायक ने विद्यालय के सहायक अध्यापक सुरेन्द्र कुमार पाठक से इस विषय में पूंछा तो वे कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। जिससे विधायक का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने खण्ड शिक्षा अधिकारी संजय पटेल की मौजूदगी में जिला वेसिक शिक्षा अधिकारी भगवत पटेल से इस मामले में अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए तत्काल अध्यापक के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए उसके स्थानान्तरण के लिए कहा।

विधायक श्री कठेरिया ने कहा कि छात्र छात्राओं को विधालयों में जो ड्रेसें बांटी जा रही हैं वे मानक और गुणवत्ता के अनुरूप हों। यदि किसी विधालय में घटिया क्वालिटी की ड्रेसों का वितरण किया गया तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। इस दौरान खन्ड शिक्षा अधिकारी संजय पंटेल व प्रधान दुष्यंत दीक्षित भी उनके साथ मौजूद रहे।