चरित्रहीनता का आरोप लगाकर पति ने बेरहमी से पीटा। हाथ-पैर बांध कर मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। बल्ली में उल्टा लटकाकर बिजली के तार बरसाए। शरीर के नाजुक हिस्सों पर मिर्च पाउडर डालकर यातनाएं दी। तब भी जी नहीं भरा तो सिर के बाल मूंड दिया। जान बचाकर पड़ोसी के घर में शरण ली तो वहां भी पिटाई की। बचने के लिए भागी तो गांव में भी दौड़ाया। वह रात में ही किसी तरह थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी। पुलिस नींद से जागी, लेकिन अगले दिन। अब आरोपी के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर उसे तलाशने की कवायद की जा रही है। उधर, एसएसपी आरके चतुर्वेदी ने पुलिस की लापरवाही सामने आने पर एसओ जगदीश यादव को लाहन हाजिर करने के साथ ही एसआइ सत्यदेव सिंह व कांस्टेबल राम शंकर को निलंबित कर दिया है।
संवेदनहीनता की यह दास्तां माल क्षेत्र के केडौरा गांव की है। बुधवार की रात यहां जो भी हुआ, उससे मानवता शर्मसार हो गई। केडौरा गांव निवासी शिवकुमार रावत ने पत्नी को सिर्फ इस वजह से यातनाएं दीं क्योंकि वह उसे शराब का अवैध कारोबार करने से रोक रही थी। बुधवार की रात करीब 11 बजे शिवकुमार की पत्नी ने उसे अवैध शराब बनाने से मना किया। इस पर शिवकुमार ने उस पर चरित्रहीनता का आरोप लगाकर मारा-पीटा। उसके बाद उसके हाथ-पैर बांधकर मुह में कपड़ा ठूंस दिया और घर के भीतर लगे टीनशेड की बल्ली से बांधकर उल्टा लटका दिया। उसके शरीर पर बिजली के तार बरसाए। शरीर के नाजुक हिस्सों में मिर्च का पाउडर डाला। क्रूर पति ने उसके सिर के बाल मूंड दिए। इस बीच, शराब खरीदने एक शख्स आ गया। शिवकुमार शराब देने घर से बाहर निकला तो मौका पाकर उसकी पत्नी घर से भागकर पड़ोसी बुधई के घर में चली गई। शिवकुमार वहां भी मारपीट करने पहुंच गया। शोर सुनकर ग्रामीण एकत्र हो गए तो महिला मौका पाकर गांव में ही रहने वाले अपने मौसा तुला के घर पहुंच गई। वहां से उसने फोन कर मामले की जानकारी सौरा गांव निवासी अपने पिता को दी। वह रात में ही केडौरा पहुंचे और करीब डेढ़ बजे रात को बेटी को लेकर माल थाने गए। थाने से उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि सुबह आना। घर वाले महिला को लेकर सीएचसी गए तो महिला चिकित्सक न होने से उसे लौटा दिया गया। निर्दयी पति का खौफ लिए महिला ने परिवारीजन के साथ थाने के सामने सड़क पर ही रात बिताई।
मामले की जानकारी मीडिया को हुई तो पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने महिला को थाने बुलाकर सबेरे नौ बजे उसके पति के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की। घटना से आक्रोशित लोग हंगामा करने की तैयारी कर रहे थे। इसकी भनक लगते ही सीओ मलिहाबाद राजेश सक्सेना व एसओ माल जगदीश यादव केडौरा गांव पहुंचे और महिला को सीएचसी लाए। वहां से उसे लखनऊ रेफर कराना था लेकिन तब तक मीडिया के वहां पहुंचने की जानकारी होने पर पुलिस अधिकारी चले गए। बाद में ग्रामीणों की मदद से पीड़िता को एक महिला चिकित्सक को दिखाया गया। फिर उसे लखनऊ भेज दिया गया है। आरोपी शिवकुमार घटना के बाद से फरार है। मामले की जानकारी पाकर एएसपी ग्रामीण माल थाने पहुंचे और जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी। उसी के आधार पर एसओ, एसआइ व कांस्टेबल के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।