फर्रुखाबाद: आवकारी और पुलिस के संयुक्त संरक्षण में चलने वाले अवैध शराब के धंधे और उस पर पर्दा डालने के लिए होने वाली फर्जी धरपकड़ की कार्यवाही की कहानियां तो बहुत हैं परन्तु अब तो स्थिति यह है कि पुलिस मीडिया के सामने भी यह ड्रामा करने से नहीं चूक रही है। बुधवार को लालदरवाजा स्थित एक देशी शराब के ठेके पर छापे मारी का ड्रामा कर तीन लोगों को जबर्दस्ती कच्ची शराब लगाकर फोटो शेषन कर डाला।
आवकारी विभाग व पुलिस जिस तरह से अवैध रूप से शहर में कच्ची दारू बनवाने का काम कर रही है वह किसी से छिपा नहीं है। कादरीगेट से मसेनी चौराहे तक निकला जाये तो कच्ची दारू की महक आदमी को सांस लेना भी तबाह कर देती है। वहां आवकारी छापा भी मारती है और गिरफ्तारी भी करती है लेकिन जेल तक शायद ही कोई पहुंचता होगा। कुन्तलों लहन व शराब बरामद होने के बाद भी आवकारी लकूला व रामलीला गड्ढा में कोई सख्त कार्यवाही न करके हमेशा सिर्फ कच्ची दारू पकड़ने के लिए फोटो शेशन करवाती है। वही ड्रामा आज आवकारी का लालदरबाजे पर हुआ।
छापे की सूचना मिलते ही जब आवकारी निरीक्षक रमेश विद्यार्थी से पूछा गया कि छापे की क्या स्थिति है तो उन्होंने कहा कि वह लकूला से रामलीला गड्ढा की तरफ छापा मारने जा रहे हैं। मीडियाकर्मियों के रामलीला गड्ढे में पहुंचने पर आवकारी टीम वहां नहीं पहुंची और वह सीधा लालदरबाजे देशी शराब के ठेके पर पहुंच गयी और वहां से तीन युवकों कमलेश पुत्र श्यामबिहारी निवासी कादरीगेट, राजेन्द्र पुत्र जुगेन्द्र निवासी लकूला, किशन पाल सिंह पुत्र खान सिंह निवासी टिमरुआ को पकड़ लिया। पहले तो उन लोगों की जमकर पिटायी की और बाद में मीडियाकर्मियों के पहुंचते ही फोटो खिंचाने के लिए आवकारी निरीक्षक ने अपने एक आरक्षी से कहा कि सरकारी गाड़ी में रखी कच्ची दारू की कट्टी ले आओ। आवकारी निरीक्षक के इशारे पर आरक्षी दारू ले आया और फोटो शेशन कराने के लिए बठाये गये लोगों के सामने रखकर बोले इन्हें पकड़ लो।
जिस पर पकड़े गये लोगों से पूछा गया कि यह दारू किसकी है तो कमलेश ने बताया कि वह आवास विकास में बढ़ईगीरी का काम करता है। यहां दारू के ठेके पर उसने लकड़ी का काम किया था जिसके कुछ पैसे रह गये थे जिनको वह लेने आया था तभी पुलिस ने उसे पकड़ लिया। वहीं किशनपाल सिंह ने बताया कि वह देशी शराब के ठेके पर दारू पीने के लिए आकर बैठा ही था कि पुलिस ने गाली गलौज के साथ उसे पकड़ लिया। राजेन्द्र ने बताया कि वह लालदरबाजे पर अण्डे इत्यादि बेचने का काम करता है। लगायी गयी दारू उन लोगों की नहीं है। इतना सुनते ही आवकारी पुलिस आग बबूला हो गयी और उन लोगों को मुहं बंद करने की हिदायत देने के साथ मां बहन की गाली दे डाली।
आवकारी निरीक्षक गणेश विद्यार्थी ने इस बावत वयान दिया कि पकड़े गये आरोपियों द्वारा कही गयी बात बिलकुल निराधार है।