फर्रुखाबाद: जनपद में गरीब जरूरतमंदों को सरकारी दवायें भले ही नहीं मिल पा रहीं हों लेकिन दवा स्टोरों में रखे रखे दवाइयां एक्सपाइर डेट तक पहुंच चुकी हैं। इन्हें मरीजों को वितरित नहीं किया गया। वहीं स्वास्थ्य विभाग को एक्सपायरी के करीब पहुंची इन दवाइयों के वितरण के लये स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस लाइन में कैम्प लगाकर उन दवाइयों का वितरण किया जिनके एक्सपायर होने में दो चार दिन ही बचे हैं।
पुलिस लाइन में स्थित जर्जर स्वास्थ्यकेन्द्र पर भले ही प्रति दिन दवाइयों का वितरण न होता हो लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से बुधवार को कैम्प लगाकर एक्सपाइरी दवाइयों को खत्म करने के लिए डा0 शिव कुमार, डा0 बृजेश, डा0 एच पी श्रीवास्तव, डा0 मनोज, डा0 पी एस शर्मा, डा0 अन्जली को तैनात कर दिया गया। स्वास्थ्य शिविर में आने वाले पुलिस कर्मियों के बीमार परिजनों को पैरासीटामोल व अन्य कई इसी प्रकार की दवाइयां जो या तो एक्सपायर हो चुकीं थीं या फिर एक्सपायर होने की डेट के करीब थीं। जिसका जेएनआई रिपोर्टर द्वारा फोटो भी लिया गया है। जिसमें पैरासीटामोल सीरप की एक्सपाइरी डेट अक्टूबर 2012 है। जाहिर है कि अब अक्तूबर माह समाप्त होने में मात्र 4 दिन ही शेष बचे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की मंशा साफ नजर आ रही है कि उसने यह कैम्प पुलिसकर्मियों के परिजनों को स्वास्थ्य के लिए नहीं वल्कि एक्सपाइरी डेट के करीब दवाइयों की खपत के लिए लगाया है।
वहीं पुलिस लाइन के रंगरूटों का कहना है कि यहां पर स्थित स्वास्थ्यकेन्द्र में पहले तो कोई डाक्टर नहीं बैठता। यदि कोई डाक्टर बैठता भी है तो स्वास्थ्यकेन्द्र में कोई दवाई उपलब्ध नहीं होती। जिससे उन लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और छोटी मोटी दवाइयों को उन्हें मेडिकल स्टोर व प्राइवेट चिकित्सकों से खरीदनी पड़ती हैं।