स्मृति के ‘महिषासुर’ बयान पर छिड़ा सियासी संग्राम

CRIME FARRUKHABAD NEWS Politics Politics-BJP

smriti_sansadनई दिल्ली:रोहित वेमुला की खुदकुशी और जेएनयू में देशविरोधी नारों को लेकर आज भी संसद में हंगामे का आसार हैं। संसद केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के भाषण ने विपक्ष के बैकफुट पर ला दिया, लेकिन अब विपक्ष भरपूर जवाब देने की तैयार में है। कांग्रेस ने स्मृति के महिषासुर पर दिए बयान को ही मुद्दा बना लिया है।

स्मृुति के महिषासुर पर दिए बयान को लेकर विपक्ष ने राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। अपने भाषण के दौरान स्मृति ईरानी ने जेएनयू में देवी दुर्गा के अपमान का मुद्दा उठाया। आज भी स्मृति ईरानी के इस बयान को लेकर आज संसद में हंगामे के आसार है। कांग्रेस ने देवी दुर्गा के बारे में इस तरह से चित्रण करने पर स्मृति ईरानी से माफी की मांग की है। कांग्रेस ने कहा कि माफी न मांगने पर सदन ठप कर देंगे।

दरअसल गुरुवार को जेएनयू मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के बीच राज्य सभा में स्मृति ईरानी तीखी बहस के दौरान जेएनयू में महिषासुर और देवी दुर्गा को अभद्र रूप में पेश करने का मुद्दा उठाया। इस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने आपत्ति जताई। इसके बाद दोनों के बीच देर तक बहस हुई। इस दौरान विपक्षी नेता वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। विपक्ष का कहना था कि अगर स्मृति को देवी दुर्गा के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर पढ़ने दिए गए तो ये गलत परंपरा होगी और कल को कोई भी व्यक्ति देवी देवताओं, पैगंबर या वर्जिन मैरी के बारे में किसी के इसी तरह के किसी उलटे-सीधे बयान को संसद में दोहराना शुरू कर देगा।

रोहित वेमुला की खुदकुशी और जेएनयू में देशविरोधी नारों को लेकर राज्यसभा में बहस के दौरान आज उस समय विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया जब चर्चा का जवाब देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने महिषासुर दिवस के बहाने देवी दुर्गा के अपमान का मुद्दा उठाया। विपक्ष का कहना था कि यदि स्मृति को देवी दुर्गा के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर पढ़ने दिए गए तो ये गलत परंपरा होगी और कल को कोई भी व्यक्ति देवी देवताओं, पैगंबर या वर्जिन मैरी के बारे में किसी के इसी तरह के किसी उलटे-सीधे बयान को संसद में दोहराना शुरू कर देगा। हंगामा इतना बढ़ा कि स्मृति का जवाब पूरा होने से पहले ही उपसभापति ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी।

गौरतलब है कि बुधवार को स्मृति ईरानी ने लोकसभा में भी ये मुद्दा अपने जवाब में शामिल किया था। तब विपक्ष में किसी ने इसका विरोध नहीं किया और इसे सत्ता पक्ष की ओर से वामदलों पर कड़े प्रहार के रूप में देखा गया। आज स्मृति राज्यसभा में भी लगभग वही बयान दोहरा रही थीं कि सदन के भीतर कांग्रेस ने आपत्ति जताई और कहा कि देवी-देवताओं के लिए अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। सदन की कार्यवाही में सबकुछ रिकॉर्ड में रहता है। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने उपसभापति से कहा कि अगर आज मंत्री को इस तरह के भाषण की अनुमति दी जाती है तो इससे गलत परंपरा शुरू हो जाएगी और कल को इस तरह का सिलसिला भी शुरू हो सकता है। कांग्रेस का कहना है कि वो शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री से इस मुद्दे पर माफी की मांग करेगी और अगर वो माफी नहीं मांगतीं तो कल सदन नहीं चलने देंगे।