वेतन न मिलने से आक्रोषित एएनएम ने दी सीएमओ को आंदोलन की चेतावनी

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फर्रुखाबाद: स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न स्वास्थ्यकेन्द्रों से आयीं एएनएम ने लोहिया अस्पताल सभागार में बैठक कर कहा कि अगर शीघ्र एएनएमों का वेतन भुगतान नही किया गया तो महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता आंदोलन करने पर उतारू होंगीं।

मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये गये पत्र में महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियों ने मातृशिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश की जिलाध्यक्ष नारायणीदेवी के नेतृत्व में एक लिखित शिकायतीपत्र दिया। जिसमें महिला कार्यकत्रियों ने कहा कि कर्मचारी संघ के साथ गत दिवस मुख्य चिकित्साधिकारी की वार्ता में कर्मचारियों की समस्यायें जिनमें प्रोन्नति वेतनमान, महिलाओं का बकाया एरियर का भुगतान एवं नियमित वेतन प्रदान करने की  बात कही गयी थी। जिस पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने 15 सितम्बर तक का समय मांगा था। तय समय निकल जाने के बाद भी अभी तक एएनएम बीएचडब्लू की मांगों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बैठक में बोलते हुए नारायणीदेवी ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी अपने वादों पर खरे नहीं उतरे जिस पर 24 सितम्बर को जनपद की समस्त कार्यकत्रियां सामूहिक अवकाश पर रहने के साथ-साथ मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में बैठक कर आगे की रणनीति बनायेंगे। इस दौरान एएनएम कर्मचारी नेता शेषनरायण सचान, संगठन की जिला महामंत्री छात्रा मेथवेल, कोषाध्यक्ष निषादेवी के अलावा आशा कठेरिया, मनोरमा शाक्य, विजय लक्ष्मी, संघमित्रा, ऊषा पाण्डेय, मीना सिंह आदि मौजूद रहीं।

20 हजार की जनसंख्या पर कर रही एक महिला कर्मचारी काम
डाक्टरों की कमी से जूझ रहा स्वास्थ्य विभाग अब हर जगह मात खाता नजर आ रहा है। चाहे वह आशा बहुओं का मामला हो या महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियों का। हर जगह वह मुहं की ही खा रहा है। आशा बहुओं को तो पहले से ही महीनों से वेतन नहीं मिला। वहीं अब महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियां भी इससे जूझ रहीं हैं। जनपद में तैनात महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियां 20 हजार की जनसंख्या पर एक की तैनाती की गयी है। जबकि लिखित रूप से पांच हजार की जनसंख्या पर एक कार्यकत्री को लगाया जाना चाहिए। वहीं फील्ड में जाने के लिए प्रयुक्त होने वाले वाहन का भुगतान भी महिला स्वास्थ्य कार्यकत्रियों को अपनी जेब से करना पड़ रहा है। सम्बंधित स्वास्थ्यकेन्द्र इस बावत कोई धनराशि उपलब्ध नहीं करा रहा है।