मानव संसाधन का सबसे सशक्त माध्यम है साहित्य

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:संस्कार भारती कानपुर प्रान्त के द्वारा आयोजित गोष्ठी में साहित्य का मानव जीवन पर प्रभाव पर चर्चा हुई| विद्धानो ने कहा कि मानव संसाधन का सबसे सशक्त माध्यम साहित्य है| यह लोगों के विचारों को शुद्धता प्रदान करता है|
नगर के ठंडी सड़क स्थित एक गेस्ट हॉउस में आयोजित संगोष्ठी साहित्य सृजन से राष्ट अर्चन विषय पर आधारित थी| संगोष्ठी में लखनऊ से आये पदम् कान्त शर्मा ने कहा कि साहित्य मानव कल्याण का सबसे सशक्त माध्यम है| लोगों के विचारों को शुद्दता प्रदान करता है| साहित्कार डॉ० शिवओम अम्बर ने कहा कि साहित्य बोध कराता है कि उदबोधन और सम्बोधन करता है| उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी, बल कवि बैरागी आदि कबियों का उदहारणदेकर कहा कि राष्ट्र धर्म और राष्ट अर्चन को साहित्य का धर्म बताया|
कानपुर से आये डॉ० श्याम बाबू गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र की आराधना का काम साहित्यकार करता है| कायमगंज से आये रामबाबू रतनेश, झांसी के संजय तिवारी, सह संयोजक देवेन्द्र देव, कमलेश गुप्ता, डॉ० रजनी सरीन, सुरेन्द्र पाण्डेय आदि ने विचार व्यक्त किये| कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ० ओम प्रकाश मिश्रा कंचन ने की|
इस दौरान क्षेत्रीय संगठन मंत्री गिरीश चन्द्र गुप्ता, डॉ० कंचन, पदम् कान्त प्रभात, डॉ० शिव ओम अम्बर, रविन्द्र भदौरिया को सम्मानित किया गया| संजय गर्ग, आकांक्षा सक्सेना, अनुराग पाण्डेय, आदेश अवस्थी, अखिलेश पाण्डेय, निमिष टंडन आदि रहे| संचालन तुमषुल मिश्रा ने किया|
पांचाल प्रकाशन ने लगायी प्रदर्शनी
संस्कार भारती के कार्यक्रम के दौरान पांचाल प्रकाशन के संरक्षक डॉ० शिवओम अम्बर,परामर्शक रविन्द्र भदौरिया व निदेशक सुनील अवस्थी के द्वारा जिले के कवियों व साहित्यकारों द्वारा लिखी गयी कुल 56 पुस्तकों की प्रदर्शनी लगायी| जिसे खूब सराहा गया|