मनोरंजन की आड़ में अश्लीलता,संतों में आक्रोश

FARRUKHABAD NEWS POLICE धार्मिक सामाजिक

फर्रुखाबाद:मेला रामनगरिया में मनोरंजन की आड़ में खुलेआम अश्लीलता परोसी जा रही है। प्रशासन ने लोगों के मनोरंजन के लिए मेले की इजाजत दी है लेकिन मनोरंजन के नाम पर यहां जो परोसा जा रहा है वो आप खुद ही देख लीजिए। हुजूर आप भी देखिए मेले के नाम पर अश्लील डांस। जिससे मेले में कल्पवास कर साधना कर रहे साधू काफी आक्रोशित है| उन्होंने जिला प्रशासन पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है|
नगर के पांचाल घाट पर इन दिनों मेला रामनगरिया अपने सबाब पर है| इस मेले में लोग अपने परिवार के साथ पहुंच मेला का आनंद उठा रहे है ।लेकिन इस मेले मे कही जादू आदि दिखाने की आड़ में टिकट देकर खुलेआम अश्लील नृत्य दिखाया जा रहा है। यहां युवतियां अश्लील डांस करती हैं| तस्वीरो मे आप देख सकते है कि कितने आदर्श झलक रहे है इस नृत्य मे ? फूहड़ता भरा डांस, अश्लील इशारे,गजब के लटके झटके और उन पर नोट उड़ाते दर्शक।
लेकिन प्रशासन को यह आदर्श नृत्य समझ मे आ रहा है। नृत्य गेट के बाहर खड़े अश्लील डांस के अनुमति दी जाने के सवाल पर कोई भी आलाधिकारी कैमरे के सामने कुछ बोलने को तैयार नही है।लेकिन सवाल यह उठता है कि यह अश्लील डांस करना युवतियों की मजबूरी है या रुपया कमाने का तरीका। लेकिन यहां सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। टिकट के नाम पर पैसे लेकर खुलेआम आस्था के गाँव में अश्लीलता फैलाई जा रही है|
इससे कल्पवास कर रहे साधू काफी आक्रोशित है| साधुओं का कहना है कि यह ठीक नही है| यंहा आत्मा को परमात्मा में मिलाने के लिए कल्पवास करते है| लेकिन राम के नाम से चलने वाले मेले में अश्लीलता किसी हद तक ठीक नही है| सुदामा आश्रम के संत सुशील चन्द्र दीक्षित,चित्रकूट पीली कोठी से आये संत शुकलंत महाराज,जूना आखाडा के नागा साधू रामगिरि, महाराज,शिवगिरि महाराज,मनूगिरि ,राज गिरि,संत रतनेश गिरि ने इस तरह के अश्लील नृत्य पर पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है| उन्होंने कहा इस तरह की अश्लीलता संत समाज के बीच होना किसी भी मायने में सही नही है| जैसे ही दूर-दूर से लोग मेला रामनगरिया में आते है वह अध्यात्म की जगह अश्लीलता देखने के चक्कर में पड़ जाते है| संतों ने इसे बंद कराने की मांग की है|