फिर शुरू हुआ गौसदन में गायों की मौत का सिलसिला,जिन्दा गाय की आँखे नोच ले गए परिन्दें

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फर्रुखाबाद:बीते दिनों कटरी धर्मपुर गौसदन में 70 से अधिक गायों की भूख से तड़प कर मौत हो गयी थी| जिस पर जेएनआई ने गायों की आवाज को शासन व प्रशासन तक पंहुचाने के लिए एक मुहीम छेड दी थी| लगातार कई दिनों तक समाचार प्रकाशित करने के बाद व्यवस्था दुरस्त हुई लेकिन बीते कुछ दिनों से गायों की मौत का सिलसिला फिर शुरू हो गया| अब तो हालात यह है कि जिंदा गायों की आँखे तक परिंदे निकाल ले जा रहे है| लेकिन जिला प्रशासन व नगर पालिका अभी भी सब ठीक होने का दावा कर रही| लेकिन तस्वीरे झूठ नही बोलती|
जेएनआई की मुहीम के बाद गायों के लिए हरा चारा सब्जी मंडी से जाने लगा,एसडीएम सदर अमित आसेरी से ईओ का चार्ज हटा दिया गया| गायों की सुरक्षा में आठ होमगार्ड लगा दिए गये,चिकित्सीय टीम लगा दी गयी,गायों के खाने के लिए हरा चारा 30 बीघा में बोया गया|,गौसदन में नियमित सफाई शुरू हो गयी| लेकिन जब शुक्रवार को सुबह जेएनआई टीम गौसदन पंहुची तो हालत पहले से जादा खराब नजर आये| एक गाय की मौत हो गयी थी जबकि एक जिंदा बीमार गाय की आँखों को परिंदे निकाल ले गये थे| उसकी आंखों से खून बह रहा था|
एक बीमार गाय को पीछे से आदमखोर कुत्तों ने नोच कर खा लिया था| वह जिन्दगी और मौत के बीच झूल रही थी| सबसे अहम यह है की सर्दी के मौसम में भी गायों को सर्दी से बचने की कोई उचित जगह नही है| जेएनआई टीम पंहुचने की भनक लगते ही पशुचिकित्सा,पालिका कर्मी मौके पर पंहुचे| चिकित्सको ने गंभीर बीमार गायों का उपचार किया|
मजे की बात यह है कि जिस सरकार में गायों को संरक्षण देने की बात कही जा रही है वह गायों की यह दुर्दशा काफी गम्भीर बात है|
सांसद की घोषणा के बाद भी नही हुई प्रकाश की व्यवस्था
गौसदन में गायों की समस्या को लेकर जेएनआई के द्वारा जो मुहीम चलायी गयी थी उसके बाद सांसद मुकेश राजपूत,उनके प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज आदि गौसदन आये थे| सांसद ने गौसदन में सोलर लाइट लगाये जाने की घोषणा की थी| लेकिन एक महीने से अधिक समय होने के बाद भी अभी तक गौमाता अँधेरे में ही है|
ईओ रमेश यादव ने बताया की यदि गायों की सुरक्षा में लापरवाही हुई है तो सुरक्षा कर्मियों को सख्त हिदायत दी जायेगी| वही गायों की सर्दी से सुरक्षा के लिए पालीथिन लगाने की व्यवस्था की जायेगी|