फर्जी नियुक्ति का आरोप लगाकर सांसद के समर्थकों का हंगामा,सीएमओ से नोकझोंक

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फर्रुखाबाद:जिले में आयुष्मान योजना के तहत फर्जी नियुक्ति करने के आरोप में सांसद के साथ आये उनके समर्थकों ने सीएमओ कार्यालय में जमकर हंगामा किया| सांसद को सही जबाब ना दे पाने से सीएमओ अपने कार्यालय से खिसक गये| काफी समय बाद सीएमओ वापस लौटे| इसके बाद भाजपा कार्याकर्ताओं ने सीएमओ पर गलत तरह से नियुक्ति करने का पुन: आरोप लगाया| सांसद के काफी प्रयास के बाद बंद कमरे में फर्जी नियुक्ति की फाइल सीएमओं ने दिखाई|
बीते दिनों शासन से जनपद में आयुष्मान योजना के तहत तीन पदों पर नियुक्ति होनी थी| जिसमे दो पदों पर साक्षात्कार होने के बाद भी कोई नियुक्ति नही हो सकी| लेकिन एक डीपीसी के पद पर भोगांव के डॉ० अमित मिश्रा की नियुक्ति सीएमओ के द्वारा कर दी गयी| सोमबार को सांसद मुकेश राजपूत,उनके प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज,मयंक बुंदेला,नगर अध्यक्ष फतेहगढ रामवीर चौहान,भाजयुमो बढ़पुर मंडल अध्यक्ष शिवम दुबे आदि सीएमओ कार्यालय आ गये| उन्होने नियुक्ति फर्जी करने का आरोप सीएमओ डॉ० अरुण कुमार पर लगाया| सांसद ने डॉ० अमित मिश्रा की नियुक्ति फाइल मांगी| जिसे सीएमओं ने देने से मना कर दिया| सीएमओ मौके से चले गये| तकरीबन एक घंटे तक सांसद सीएमओ के कार्यालय में बैठे रहे| जिसके बाद सीएमओ वापस लौटे|
भाजपा नेताओं ने कहा जिस पद पर नियुक्ति की गयी है| उसने नेपाल ने बीडीएस की डिग्री की है| जो मान्य ही नही है| इस पर पुन सांसद ने फाइल मांगी| सीएमओ ने हाथ खड़े कर दिए| जिस पर भाजयुमो नेता शिवम दुबे व सांसद प्रतिनिधि दिलीप भारद्वाज के साथ ही भाजयुमो जिलाध्यक्ष मयंक बुंदेला उखड़ गये| उन्होंने सीएमओ को खरी-खोटी सुना दी| सीएमओ ने सांसद ने कहा की वह सीधे फाइल नही दिखा सकता वह सूचना के अधिकार से मांग ले| इसके बाद सांसद ने जिलाधिकारी मोनिका रानी से फोन पर बात की| जिस पर जिलाधिकारी ने भी सांसद से सीधे फाइल देने से इंकार कर दिया| लेकिन डीएम ने फाइल को केबल दिखाने की इजाजत दे दी| डीएम की इजाजत मिलने के बाद फाइल सीडीओ कार्यालय से मंगाकर सांसद के सामने पेश की गयी|
बंद कमरे में फाइल सांसद ने देखी| सूत्रों की माने तो जिस डॉ० अमित मिश्रा की नियुक्ति की गयी है उनका अनुभव लगभग तीन वर्ष का ही है| जबकि नियुक्ति केर मानक में अनुभव पांच साल का माँगा गया है| विदेश की डिग्री को बरीयता देने पर भी घोर आपत्ति दर्ज की गयी| बताया गया है कि भाजयुमो जिलाध्यक्ष मयंक बुंदेला के भाई की नियुक्ति होनी थी| उसकी नियुक्ति नही हो पायी| जिसके चक्कर में भाजपा नेता और अधिक आक्रोशित थे|
कार्यालय से जा रहे सीएमओ की भाजयुमो नेताओं ने घेरी गाड़ी
सांसद के द्वारा कार्यालय में रुकने की कहने के बाद भी सीएमओ डॉ० अरुण कुमार अपनी सरकारी गाड़ी से निकल कर जा रहे थे| उन्हें जाता देख भाजयुमो जिलाध्यक्ष मयंक बुंदेला व मंडल अध्यक्ष शिवम दुबे उनकी गाड़ी के आगे खड़े हो गये| अपने को घिरा देख सीएमओ कार्यालय से उतर कर पुन:कार्यालय में चले गये| उन्होंने सांसद को बताया कि सीडीओ अपूर्वा दुबे से मिलने उनके कार्यालय जा रहे थे| कोषाध्यक्ष संजीब गुप्ता रहे|
सांसद मुकेश राजपूत ने बताया कि फर्जी नियुक्ति किये जाने की शिकायत मिली थी| अभिलेख देखे जा रहे है| जाँच में दोषी मिलने पर कार्यवाही करायी जायेगी|