दर्दनाक: आगे-आगे जिन्दगी और पीछे दौड़ी मौत, आखिर ली पिता-पुत्र की जान

FARRUKHABAD NEWS POLICE

फर्रुखाबाद:(कमालगंज) घर में मरा बकरा नदी में फेंकने के लिये रेलवे के पुल पर पंहुचे पिता-पुत्र को ट्रेन की ट्रेन से कटकर मौत हो गयी| साथ गये एक युवक ने नदी में कूदकर जान बचायी| उसे अस्पताल में भर्ती किया गया |

थाना क्षेत्र के खुदागंज निवासी 36 वर्षीय रविन्द्र पुत्र राम नरेश के घर का बकरा बीती रात मर गया| रविन्द्र ने सोचा की इसके शव को काली नदी में फेंक दे जिससे उसको मछली आदि खा लेंगी| शनिवार को वह अपने आठ वर्षीय पुत्र नितिन के साथ बकरे का शव लेकर काली नदी पर बने रेलवे पुल पर गये| जब वह पुल से कुछ दूरी पर पंहुचे तो जयपुर कामख्या ट्रेन आ गयी| ट्रेन देखकर पिता-पुत्र वापस जान बचाने के लिये भागे| लेकिन अचानक नितिन का पैर रेलवे ट्रेक में फंस गया| जिस पर रविन्द्र पुत्र का पैर निकालने लगा|

तभी ट्रेन ने दोनों के हजारों टुकड़े कर दिये| वही गाँव का ही अमन जो बकरे को पानी में फेंकते हुये देखने गया था| उसने ट्रेन से बचने के लिये गंगा में छलांग लगा दी| जिससे उसके भी काफी चोट लगी| ट्रेन के चालक ने गाड़ी रोंककर दोनों के शवों को गाड़ी में लादकर कन्नौज स्टेशन पंहुचाया| घटना की सूचना होते ही परिजन कन्नौज रवाना हो गये| खुदागंज चौकी इंचार्ज राजेश कुमार ने मौके पर जाकर जाँच की लेकिन उन्हें मौके पर कोई नही मिला|